Happy Lohri 2023: लोहड़ी पर्व हर साल मकर संक्रांति से एक दिन पहले 13 जनवरी को मनाया जाता है. लोहड़ी वैसे तो पंजाब, हरियाणा, दिल्ली जैसे राज्यों के बड़े त्योहारों में से एक है, लेकिन अब इसे उत्तर भारत के अन्य क्षेत्रों में भी धूमधाम से मनाया जाने लगा है.  इस त्योहार को मनाने की तैयारी काफी दिन पहले से शुरू हो जाती है. लोहड़ी में आग जलाने का खास महत्व होता है. अलाव में तिल, गुड़, गजक, रेवड़ी, मूंगफली आदि चढ़ाया जाता है और लोग ढोल-नगाड़े बजाते हैं, लेकिन इसके साथ ही इस त्योहार में काफी सावधानी रखने की भी जरुरत है. तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे आप अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं. 1.आग के पास जाने से बचें-  लोहड़ी में आग की पूजा होती है. लोग एक जगह इकट्ठा होते हैं. इस दौरान काफी भीड़-भाड़ होती है. इसलिए आपका आग से दूर खड़े रहना ही सही होगा. आग के काफी पास खड़े होने से आपकी स्किन जल भी सकती है.   2. आग से अस्थमा रोगी को रखें दूर- जिन लोगों को सांस संबंधी समस्या होती है, उन्हें आग से दूर ही रहना चाहिए. आग के धुएं से फेफड़ों में सूजन और जलन हो सकती है. साथ ही आप इससे बीमार हो सकते हैं. 3. आंखों में जलन की समस्या- कई बार ऐसा होता है कि हम आग के सामने खड़े होते हैं. इससे हमारी आंखों में काफी जलन होने लगती है. धुएं से बचने के लिए आपको आग से दूर रहना ही सही होगा. 5.आग जलाते समय कॉटन के कपड़े पहने- आग जलाते समय हमेशा कॉटन कपड़े ही पहनें. अलाव जलाने के दौरान कॉटन का कपड़ा पहनना अच्छा ऑप्शन है. आग जलाते समय भूलकर भी सिंथेटिक के कपड़े न पहनें. क्योंकि यह गर्म होने पर पिघल सकता है, जिससे शरीर को अधिक नुकसान पहुंचा सकता है. लोहड़ी की पूजा कैसे करें लोहड़ी के दिन गरीबों को दान करना कभी न भूलें. इस दिन गाय को उड़द दाल और चावल खिलाएं. इससे घर में क्लेश नहीं होगा. परिवार में सुख समृद्धि बनी रहेगी. इस दिन तिल का दान जरूर करें. इसे प्रसाद के रूप में कन्याओं को बांटे. ऐसा करने से घर की सुख शांति बनी रहती है. आपको बता दें कि लकड़ी और उपले से बनी लोहड़ी को अर्घ्य देना होता है फिर,  उसमें रेवड़ी, मक्का के फूले, मेवे, गजक, मूंगफली, नारियल, गन्ना आदि चढ़ाया जाता है. अग्नि का क्या होता है महत्व? लोहड़ी का त्योहार सूर्यदेव और अग्नि को समर्पित है. इस त्योहार में लोग नई फसलों को लोग अग्नि देव को समर्पित करते हैं. पौराणिक शास्त्रों के अनुसार, अग्नि की देवी-देवताओं का भोग होता है. (Happy Lohri 2023 importance) ऐसी मान्यता है कि लोहड़ी के पर्व के माध्यम से नई फसल का भोग सभी देवताओं तक पहुंच जाता है. कहा जाता है कि अग्नि देव और सूर्य को फसल समर्पित करके उनके प्रति आभार व्यक्त किया जाता है.