गूगल डूडल: कोलकाता के Shlok Mukherjee बने आर्टवर्क प्रतियोगिता के विजेता, कला देख आप भी कहेंगे भई वाह
Google Doodle Today 14 November 2022: गूगल हर साल इस प्रतियोगिता का आयोजन करता है, जिसे दुनिया के अलग-अलग देशों में मनाया जाता है. इस बार डूडल को गूगल4डूडल कॉन्टेस्ट के विजेता श्लोक मुखर्जी (Kolkata Shlok Mukherjee) ने क्रिएट किया है.
Google Doodle Today 14 November 2022: गूगल भी आज चिल्ड्रन्स डे सेलिब्रेट कर रहा है. इस खास अवसर पर गूगल ने Doodle बनाकर बच्चों को खास तोहफा दिया है. इस डूडल को गूगल4डूडल कॉन्टेस्ट के विजेता श्लोक मुखर्जी (Shlok Mukherjee) ने क्रिएट किया है. श्लोक मुखर्जी की तरफ से बनाए गए इस खास डूडल को आज पूरे दिन Google India को होम पेज पर दिखाया जाएगा. गूगल आज के इस खास दिन तो Doodle For Google 2022 प्रतियोगिता के विजेता के आर्टिस्टिक वर्क के साथ सेलिब्रेट कर रहा है. बता दें, इस प्रतियोगिता में देश के 1,15,000 बच्चों ने हिस्सा लिया था, जिसमें श्लोक मुखर्जी की तरफ से क्रिएट किए गए डूडल को सबसे ज्यादा वोटिंग मिली. जैसे ही विनर की अनाउंसमेंट हुई, गूगल ने इसे होम पेज पर ले लिया.
क्या है Doodle 4 Google प्रतियोगिता?
गूगल हर साल इस प्रतियोगिता का आयोजन करता है, जिसे दुनिया के अलग-अलग देशों में मनाया जाता है. इस प्रतियोगिता में देश का हर स्कूली बच्चा हिस्सा लेता है और अपने आर्ट वर्क का प्रदर्शन करता है. वोटिंग के बाद ही विजेता का डूडल Google के होमपेज पर लगाया जाता है.
विजाताओं को मिलती है खास सुविधा
प्रतियोगिता में विजय हासिल करने वाले बच्चे को कॉलेज में पढ़ने के लिए 30,000 डॉलर की स्कॉलरशिप, अपनी आर्ट वाले डूडल वाली T-Shirt, एक गूगल क्रोमबुक और एक डिजिटल डिजाइन टैबलेट दिया जाता है.
Google हुआ खुश!
गूगल ने विनर्स के डूडल को पोस्ट करने के बाद अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर खुशी जताई है. गूगल ने कहा कि हम युवा बच्चों की क्रिएटिविटी और इमेजिनेशन से काफी प्रसन्न हैं. उन्होंने इसे काबिलेतारीफ बताया है, खास तौर पर तब, जब कॉमन थीम पर आधारित डूडल में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है.
श्लोक मुखर्जी (shlok mukherjee) ने अपने डूडल में भारत को सेंटर स्टेज में रखा है और लिखा कि अगले 25 साल में मेरे भारत के वैज्ञानिक इको-फ्रेंडली रोबोट डेवलप करेंगे, तो मानवता की बेहतरी के लिए होंगे. बता दें, भारत लगातार अंतरिक्षयात्रियों को स्पेस में भेजता है. साथ ही, भारत योगा और आयुर्वेद के क्षेत्र में आने वाले सालों में और भी मजबूत होगा.