KK Birth Anniversary: आज बॉलीवुड के मशहूर सिंगर केके की बर्थ एनिवर्सरी है. इस मौके पर एक बार फिर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है. मशहूर सिंगर केके का निधन इसी साल मई महीने में हुआ था.उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर एक बार फिर फैंस उनको  याद कर रहे हैं. केके का निधन अचानक एक लाइव परफॉर्मेंस के दौरान हुआ था. वो गाते-गाते स्टेज पर ही गिर पड़े थे.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लाइव परफॉर्मेंस के दौरान स्टेज पर गिरे

सिंगर केके 31 मई को कोलकाता के विवेकानंद कॉलेज में लाइव परफॉर्मेंस दे रहे थे. ये उनके कोलकाता ट्रिप का दूसरा दिन था. कॉन्सर्ट के दौरान ऑडिटोरियम में क्षमता से दोगुने लोग पहुंच गए थे. जिसकी वजह से वहां पर गर्मी के कारण घुटन जैसा माहौल बन गया था. केके बार-बार पसीना पोंछते और गर्मी बढ़ने की कंप्लेन करते दिखाई दे रहे थे. वहीं, इसी दौरान उनकी अचानक तबीयत बिगड़ी और वो बेहोश होकर गिर पड़े.

गाने से पहले एड फिल्मों के लिए लिखे जिंगल्स

केके का जन्म 23 अगस्त 1968 को केरल के त्रिशूर में हुआ था. मलयाली परिवार में जन्में केके दिल्ली में पले-बढ़े थे. बॉलीवुड में ब्रेक से पहले केके ने लगभग 3,500 एड फिल्मों के लिए जिंगल्स लिखे थे. उन्होंने 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए 'जोश ऑफ इंडिया' गाना भी गाया था जिसे खूब पसंद किया गया था.उन्होंने साल 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय टीम का समर्थन करने के लिए ‘भारत का जोश’ गीत भी गाया था. ग्रेजुएशन के बाद केके ने मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव यानी सेल्सम की नौकरी की थी.     

25 साल में गाए 250 से ज्यादा गाने

 केके ने पल नाम से एक एल्बम रिलीज किया था. इस एल्बम को जिसे बेस्ट सोलो एल्बम के लिए स्टार स्क्रीन अवॉर्ड मिला था. इस एल्बम के दो गाने 'पल' और 'यारों' आज भी लोगों के फेवरेट्स में से एक हैं. केके ने 1996 में फिल्म 'माचिस' के गाने 'छोड़ आए हम' में छोटा सा पार्ट गाकर बॉलीवुड में एंट्री ली थी. 25 साल के करियर में केके ने हिंदी में 250 और तमिल और तेलुगु में 50 से भी अधिक गाने गाये हैं.

केके को नहीं पसंद था पार्टियों में जाना

केके के लिए उनका परिवार बहुत मायने रखता था. वे पार्टियों में जाना पसंद नहीं करते थे. वह हमेशा ही पार्टियों में जाने की बजाए घर पर रहकर अपने परिवार के साथ वक्त बिताना पसंद करते थे. केके अपनी कामयाबी का क्रेडिट अपनी पत्नी को दिया करते थे क्योंकि वही उन्हें मुंबई लेकर आई थीं.