Earthquake: 65 साल पहले आया था 9.5 तीव्रता वाला दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप, दास्तां सुनकर कांप जाएगी रूह
मंगलवार की सुबह नेपाल-तिब्बत सीमा क्षेत्र में आए 7.1 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. लेकिन ये दुनिया इससे भी कहीं ज्यादा खतरनाक भूकंप का मंजर देख चुकी है. आइए आपको बताते हैं कि दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप कब और कहां आया था और भारत ने कब-कब देखी ऐसी त्रासदी.
Nepal-Tibet Earthquake: मंगलवार की सुबह नेपाल-तिब्बत सीमा क्षेत्र में आए 7.1 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. इस भूकंप में 1,000 से ज्यादा घर ढह गए. अब तक 126 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोगों के घायल होने की खबर है. 7.1 तीव्रता का भूकंप काफी शक्तिशाली माना जाता है. लेकिन ये दुनिया इससे भी कहीं ज्यादा खतरनाक भूकंप का मंजर देख चुकी है. दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप आज से करीब 65 साल पहले आया था, जिसने भयंकर तबाही मचाई थी. आइए आपको बताते हैं कि दुनिया का सबसे विनाशकारी भूकंप कब और कहां आया था और भारत ने कब-कब देखी ऐसी त्रासदी.
तीव्रता के लिहाज से सबसे ताकतवर भूकंप
तीव्रता के लिहाज से अब तक के सबसे ताकतवर भूकंप की बात करें तो ये 22 मई 1960 को चिली के वाल्डिविया में आया था. रिक्टर स्केल पर 9.5 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से आई सुनामी से दक्षिणी चिली, हवाई द्वीप, जापान, फिलीपींस, पूर्वी न्यूजीलैंड, दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में भयानक तबाही मची थी. कहते हैं कि इस भूकंप की ताकत 1 हजार एटम बम के बराबर थी. इस भूकंप में करीब 6 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी, जबकि लाखों लोग बेघर हो गए थे.
कैजुअलिटी के लिहाज से ये है सबसे खतरनाक भूकंप
कैजुअलिटी के लिहाज से देखें तो अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप 23 जनवरी 1556 में चीन में आया था. इस भूकंप ने 830,000 लोगों की जिंदगियां निगल ली थीं. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की 8 तीव्रता मापी गई थी, लेकिन इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी. इसके कारण तमाम इलाके मिट्टी में मिल गए थे. कई क्रत्रिम गुफाएं ढह गई थीं. उन गुफाओं में सो रहे लोग जिंदा दफन होकर रह गए थे. वहीं तमाम गुफाएं भूस्खलन से नष्ट हो गईं. कहा जाता है कि इस भूकंप से प्रभावित इलाकों में से 60 प्रतिशत तक जनसंख्या खत्म हो गई थी. चीन का ये भूकंप शांक्सी भूकंप (Shaanxi Earthquake) के नाम से जाना जाता है.
भारत ने कब-कब देखी ऐसी तबाही
भारत में सबसे खतरनाक भूकंप 1950 में आया था. इसकी तीव्रता 8.7 थी. इसमें करीब 1500 लोगों की जान गई थी. दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप 15 जनवरी 1934 में बिहार में आया था. इस भूकंप की तीव्रता 8.1 मापी गई थी. कहा जाता है कि इस भूकंप ने पूरे बिहार को हिला कर रख दिया था. कई शहर पूरी तरह बर्बाद हो गए थे. इस भूकंप में करीब 10000 लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा हिमाचल के कांगड़ा में 7.8 तीव्रता वाला भूकंप 1905 में आया था और इसने हजारों जिंदगियां निगल लीं थीं. वहीं साल 2001 में गुजरात के भुज में विनाशकारी भूकंप आया था. इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 थी. इस भूकंप में लाखों घर नष्ट हो गए थे. लाखों लोग घायल हुए थे और करीब 20,000 लोगों की मौत हो गई थी.