हर साल आश्विन मास की शुक्‍ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा का पर्व मनाया जाता है. ये पर्व बुराई पर अच्‍छाई की जीत का पर्व है, जो हर व्‍यक्ति को अपने अंदर छिपी बुरी आदतों को दूर करने का भी संदेश देता है. आज के समय में बेहतर जीवन जीने के लिए फाइनेंशियल प्‍लानिंग बहुत जरूरी है, लेकिन कुछ बुरी आदतों के चलते हम धन का सही उपयोग नहीं कर पाते. इसके कारण समय-समय पर आर्थिक संकट झेलते हैं. अगर आप भी अक्‍सर धन संकट से जूझते रहते हैं तो आज दशहरा के मौके पर रावण दहन करने के साथ धन से जुड़ी दस आदतों का भी हमेशा के लिए अंत कर दें, ताकि आपको जीवन में आर्थिक संकट से न जूझना पड़े. 

छोटी उम्र से बचत करना शुरू न करना

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इस मामले में फाइनेंशियल प्‍लानर शिखा चतुर्वेदी कहती हैं कि बचत करना अच्‍छी आदत है, इसके लिए कोई उम्र निर्धारित नहीं होती.  कम उम्र में बचत न करना आपको भविष्‍य में परेशानी दे सकता है. अगर आप जीवन मे फाइनेंशियल संकट नहीं देखना चाहते तो आप जिस दिन से कमाना शुरू करें, उसी दिन से बचत करने की आदत डालें. किसी पॉलिसी में निवेश कर दें. इससे बचत आपकी हैबिट बन जाएगी. वहीं घर के बच्‍चों को भी पैसों की बचत की आदत डालें. उनसे कुछ पैसों को गुल्‍लक में रखवाएं. बचपन से ही ये आदत डालने बड़े पर उनके लिए फायदेमंद साबित होगा.

बजट न बनाना

तमाम लोग बस पैसों को बिना सोचे समझे खर्च करते हैं, महीने का बजट नहीं बनाते. लेकिन पैसों की बचत करना चाहते हैं तो बजट बनाना बहुत जरूरी है. इससे आप बेतहाशा खर्च को कंट्रोल कर सकते हैं. आपको पता रहेगा कि कहां कितना खर्च करना है.

आय से ज्‍यादा खर्च करना

एक कहावत है कि इंसान को उतने ही पैर फैलाने चाहिए, जितनी उसकी चादर हो. ये बातें हम सबने सुनी हैं, लेकिन इनके सही मायने नहीं समझते. अगर आप अपनी आय से ज्‍यादा खर्च करने की आदत को नहीं रोक पाए तो आपको भविष्‍य में आने वाले संकटों से कोई नहीं बचा सकता. इसलिए आज ही अपनी इस आदत को सुधारें.

निवेश न करना

अगर आप पैसा कमाते तो खूब हैं, लेकिन उसे निवेश नहीं करते, तो ये भी आपके लिए दिक्‍कतभरा हो सकता है. शिखा चतुर्वेदी कहती हैं कि हर व्‍यक्ति को अपनी आय का कम से कम 20 प्रतिशत तो जरूर कहीं निवेश करना चाहिए. 

बिना जानकारी के निवेश करना

निवेश करना अच्‍छी बात है, लेकिन किसी की बातें सुनकर कहीं भी पैसा लगा देने से आप बड़ा नुकसान भी झेल सकते हैं. इसलिए जहां पर भी निवेश करने जा रहे हैं, वहां की पूरी जानकारी लें. आपको निवेश पर कैसे और कितना फायदा मिलेगा, इसका पता लगा लें. तब रकम निवेश करें.

जीवन बीमा पॉलिसी न खरीदना

जीवन बीमा भी बहुत जरूरी होता है क्‍योंकि जिंदगी में अनहोनी कब किसके साथ हो जाए, इसके बारे में पता नहीं होता. इसलिए जीवन बीमा न लेना आपके परिवार को भविष्‍य में मुश्किल में डाल सकता है. आप समय रहते जीवन बीमा लें और अपने परिवार को सुरक्षित करें.

रिटायरमेंट के लिए कोई प्लानिंग न करना

बुढ़ापा एक न एक दिन सभी का आता है. बुढ़ापे में पैसा ही आपके सबसे ज्‍यादा काम आता है. इसलिए अगर आपने अब तक अपने लिए रिटायरमेंट प्‍लानिंग नहीं की है, तो अब शुरू कर दें ताकि रिटायरमेंट के बाद आर्थिक संकट से न जूझना पड़े.

कर्ज लेने की आदत

अपने खर्चों को सीमित रखिए लेकिन किसी से उधार पैसा लेने की आदत मत डालिए. उधारी आपके लिए बहुत बड़ी समस्‍या बन सकती है. ऐसा व्‍यक्ति आर्थिक रूप से कभी पनप नहीं पाता. आप किसी जमीन, मकान की खरीददारी के लिए उधार लेना चाहते हैं तो आप बैंक से होम लोन की सुविधा ले सकते हैं. लेकिन लोन उतना ही लें, जितना आसानी से चुका सकें.

सट्टेबाजी करना

पैसा जल्‍दी कमाने के चक्‍कर में सट्टेबाजी करने की आदत आपके लिए घातक हो सकती है. पैसे को इकट्ठा करने के लिए आप मेहनत करें, सही जगहों पर निवेश करें. अगर आपको निवेश की जानकारी नहीं है तो किसी फाइनेंशियल एक्‍सपर्ट से सलाह ले लें. लेकिन सट्टेबाजी या जुआ जैसी आदतों को तुरंत छोड़ दें.

हेल्थ इंश्योसरेंस न करवाना

कोविड के बाद से ये बात सभी को समझ में आ चुकी है कि किसी बीमारी, दुर्घटना से निपटने के लिए हेल्‍थ इंश्‍योरेंस कितना जरूरी है. अगर आपने अब तक ये नहीं लिया है, तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. हेल्थ पॉलिसी की मदद से अस्पताल और इलाज के खर्च से बच जाते हैं. इससे मुसीबत आने पर आपकी सेविंग्‍स पर असर नहीं पड़ता.