Diwali 2023 Puja Shubh Muhurat: दिवाली का त्‍योहार काफी बड़ा होता है. इस दिन माता लक्ष्‍मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इसी दिन माता लक्ष्‍मी समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुई थीं. दिवाली के दिन लोग खासतौर पर पूजा का शुभ मुहूर्त देखते हैं. दुकानों, फैक्ट्रियों से लेकर हर घर में मां लक्ष्‍मी की इस दिन विशेष पूजा होती है और उनके आगमन की भव्‍य तैयारियां की जाती हैं. मान्‍यता है कि माता लक्ष्‍मी के पूजन से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानते हैं इस साल की दिवाली पर लक्ष्‍मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त.

दुकानों में दिवाली पूजा शुभ मुहूर्त

  • सुबह 09:12 बजे से 11:17 बजे तक - शिक्षण संस्थान, बुक स्टॉल वगैरह पर पूजा करने का शुभ मुहूर्त है.
  • दोपहर 01:01 बजे से 02:30 बजे तक - लोहा उद्योग, जूता उद्योग, फैक्ट्रियां आदि के लिए काफी अच्‍छा मुहूर्त है.
  • दोपहर 02:30 बजे से 03:56 बजे तक - शिक्षण संस्थान, स्‍कूल, किताबों की दुकान, पब्लिशर आदि ज्ञान से जुड़े लोगों के लिए पूजा का बेहद शुभ समय है.  पूजा पाठ सामग्री से जुड़े लोगों के लिए भी यह मूहर्त काफी शुभ है.

घर में लक्ष्‍मी-गणेश पूजा का शुभ समय

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

घर पर लक्ष्‍मी गणेश पूजा के लिए शाम 05:30 बजे से 07:29 बजे तक का समय अति शुभ है. 07:29 बजे से 09:43 बजे तक शुभ मूहर्त है. कार्यसिद्धि पूजा, विशेष साधना के लिए रात 12:06 बजे से रात 02:22 बजे तक का समय काफी शुभ है.

इस तरह करें लक्ष्‍मी पूजन

सबसे पहले जिस स्‍थान पर पूजा करनी है, उसे अच्‍छे से साफ करें. इसके बाद आटे से चौक बनाएं फिर वहां एक चौकी रखें. चौकी पर स्वच्छ लाल कपड़ा बिछाएं. उस पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को रेशमी कपड़े और आभूषणों से सजाकर स्थापित करें. पहले भगवान गणेश की मूर्ति रखें और उनके दाहिने तरफ माता लक्ष्मी को बैठाएं. आसन पर बैठें और अपने चारों ओर गंगाजल छिड़क लें.

इसके बाद भगवान गणेश और माता लक्ष्‍मी के सामने दीप प्रज्‍जवलित करें. उन्‍हें रोली, अक्षत, फल, फूल, मिठाई, खील-बताशे आदि अर्पित करें. दक्षिणा चढ़ाएं. इसके बाद माता लक्ष्‍मी और गणपति के मंत्रों का जाप करें. फिर पूरे परिवार के साथ मिलकर आरती करें. इसके बाद शंख बजाएं. फिर सात घी के दीपक जलाकर मंदिर, घर के पूजा घर, अनाज रखने के स्‍थान पर, पानी के पास, तुलसी के पास, तिजोरी या धन के स्‍थान के पास और रसोई में रखें. इसके बाद बाकी के दीए जलाकर पूरे घर को सजाएं.