Diwali Festival 2023: दिवाली बहुत बड़ा त्‍योहार है. ये त्‍योहार आज धनतेरस (Dhanteras) के दिन से शुरू हो रहा है और भाई-दूज (Bhai Dooj) के साथ इसका समापन होता है. पांच दिनों के इस त्‍योहार में हर दिन का अलग-अलग महत्‍व है. धनतेरस के दिन भगवान धन्‍वंतरि (Lord Dhanvantari) की पूजा की जाती है, दीपदान किया जाता है और सोने-चांदी, बर्तन, प्रॉपर्टी, वाहन आदि की खरीददारी करने का चलन है. इसके अगले दिन नरक चतुर्दशी (Naraka Chaturdashi) की शाम को अकाल मृत्‍यु से बचाव के लिए यम दीपक जलाया जाता है.

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दिवाली (Diwali Festival) के दिन लक्ष्‍मी-गणेश पूजन (Lakshmi-Ganesh Puja) होता है, इसके अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और भाई-दूज का त्‍योहार भाई-बहनों का त्‍योहार है जिसमें बहन अपने भाई को तिलक लगाकर उसकी लंबी उम्र की कामना करती है. इस साल 5 दिनों का दिवाली पर्व 10 नवंबर को धनतेरस के साथ शुरू होगा और 15 नवंबर को भाई-दूज के साथ खत्‍म होगा. ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानिए किस दिन कौन सा त्‍योहार मनाया जाएगा और पूजा का क्‍या शुभ मुहूर्त है.

धनतेरस 10 नवंबर

पूजा का शुभ मुहूर्त

धनतेरस के दिन यानी 10 नवंबर को दोपहर 12:35 बजे से त्रयोदशी तिथि शुरू होगी. हस्त नक्षत्र और शुक्रवार का दिन होने के कारण धनतेरस का महत्‍व काफी बढ़ गया है. इस दिन भगवान धन्‍वंतरि की पूजा शाम के समय की जाएगी. आप शाम 05:40 बजे से रात 09:51 बजे तक भगवान धन्‍वंतरि की पूजा कर सकते हैं. पूजा के बाद शाम के समय घर के मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है.

खरीददारी का शुभ समय

धनतेरस का दिन वैसे तो काफी शुभ होता है. आप धनतेरस तिथि शुरू होने के साथ इसके समापन तक कभी भी खरीददारी कर सकते हैं. धनतेरस दोपहर 12:35 बजे से शुरू होगी और 11 नवंबर को 01:57 बजे समाप्‍त होगी. ऐसे में आप 12:35 बजे के बाद अगले दिन इसके समापन तक (राहुकाल को छोड़कर) कभी भी खरीददारी कर सकते हैं. 

लेकिन फिर भी अगर खरीददारी के अतिशुभ समय की बात करें तो  मकान, वाहन, सोना ,चांदी, गणेश-लक्ष्‍मी आदि स्थिर व चलायमान रहने वाली वस्तुओं को सुबह दोपहर 12:35 बजे से 02:46 तक खरीद सकते हैं. ये काफी शुभ समय है. इसके अलावा शाम 05:49 से 09:51 बजे तक का समय भी काफी शुभ है. अगर आप कोई इलेक्‍ट्रॉनिक सामान, कोई मशीन वगैरह खरीदना चाहते हैं तो शाम 04:17 बजे से 5:49 बजे तक खरीद सकते हैं. इसके अलावा रात 09:51 बजे से रात 12:24 बजे तक खरीद सकते हैं. 10 नवंबर को राहुकाल सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:03 तक रहेगा.

 

नरक चतुर्दशी 11 नवंबर

दीपदान का शुभ मुहूर्त

नरक चतुर्दशी का पर्व 11 नवंबर को मनाया जाता है. इस दिन के रूप चतुर्दशी भी कहा जाता है. इस दिन शाम को दीपदान करने से परिवार के ऊपर से अकाल मृत्‍यु का खतरा टलता है. इस बार नरक चौदस को दीपदान करने का शुभ समय शाम 05:40 मिनट से 07:36 तक है.

दिवाली 12 नवंबर

कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की प्रदोष व्यापिनी अमावस्या को दिवाली का त्‍योहार मनाया जाता है. इस दिन माता लक्ष्‍मी और गणपति की पूजा की जाती है. इस साल ये पर्व 12 नवंबर को मनाया जाएगा. 

दुकानों में दिवाली पूजा शुभ मुहूर्त

सुबह 09:12 बजे से 11:17 बजे तक - शिक्षण संस्थान, बुक स्टॉल , आध्यात्मिक लोग उनके लिए ये मूहर्त है.

दोपहर 01:01 बजे से 02:30 बजे तक - लोहा उद्योग, जूता उद्योग, फैक्ट्रियां आदि के लिए.

02:30  बजे से 03:56 बजे तक शिक्षण संस्थान, विद्यालय, किताबों की दुकान , पब्लिशर , ज्ञान से जुड़े लोग, पूजा पाठ सामग्री से जुड़े लोगों के लिए यह मूहर्त काफी शुभ है.

घर में दिवाली पूजा का शुभ समय

घर पर लक्ष्‍मी गणेश पूजा के लिए शाम 05:30 बजे से 07:29 बजे तक का समय अति शुभ है. 07:29 बजे से 09:43 बजे तक शुभ मूहर्त है. कार्यसिद्धि पूजा, विशेष साधना के लिए रात 12:06 बजे से रात 02:22 बजे तक का समय काफी शुभ है.

गोवर्धन पूजा 14 नवंबर

इस साल गोवर्धन पूजा का पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा. इस दिन गोवर्धन पर्वत बनाकर शाम के समय पूजा की जाती है और अन्‍नकूट बनाया जाता है. गोवर्धन पूजा का शुभ समय शाम 05:25 से रात 09:36 तक रहेगा.

भाई-दूज 15 नवंबर

तिलक का शुभ समय

भाई-बहन का त्‍योहार भाई-दूज 15 नवंबर बुधवार को मनाया जाएगा. इस दिन भाई अपनी बहन के घर जाते हैं और बहन से तिलक करवाते हैं. बहनें तिलक के साथ उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं. भाई दूज पर वैसे तो राहुकाल को छोड़कर बहनें कभी भी भाई को तिलक कर सकती हैं. लेकिन अगर अतिशुभ समय की बात करें तो ये सुबह 06:44 से 09:24 बजे तक है. इस दिन राहुकाल दोपहर 12:03 से 01:24 बजे तक रहेगा.