New CM Atishi Oath Ceremony: आज दिल्‍ली को नया मुख्‍यमंत्री मिलने वाला है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अरविंद केजरीवाल का इस्‍तीफा मंजूर कर लिया है और आतिशी  को दिल्ली का मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया है. आतिशी मार्लेना आज दिल्‍ली में मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगीं. आतिशी के साथ उनकी कैबिनेट के पांचों मंत्री भी शपथ लेंगे. इसमें गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन के अलावा कैबिनेट के नए चेहरे के रूप में सुल्तानपुर माजरा के विधायक मुकेश कुमार अहावलत भी मंत्री पद की शपथ लेंगे. बता दें कि AAP के विधायक दल ने 17 सितंबर को केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी का नाम CM के रूप में फाइनल किया था. 

कितने बजे शपथ लेंगीं आतिशी

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जानकारी के अनुसार आज आतिशी आज शनिवार की शाम 4:30 बजे राजनिवास में मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगे. साथ ही उनकी कैबिनेट के पांचों  मंत्री भी उनके साथ पद की गोपनीयता की शपथ लेंगे. LG विनय कुमार सक्सेना उन्हें ​​​​शपथ दिलाएंगे. माना जा रहा है कि केजरीवाल कैबिनेट के चारों पूर्व मंत्री गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन उन्हीं विभागों का जिम्मा संभालेंगे, जो पहले से उनके पास थे. वहीं, मुकेश अहलावत को समाज कल्याण और श्रम एवं रोजगार समेत कुछ मंत्रालय सौंपे जा सकते हैं.

दिल्‍ली की तीसरी महिला मुख्‍यमंत्री बनेंगीं आतिशी

आज सीएम पद की शपथ के बाद आतिशी दिल्‍ली की तीसरी महिला मुख्‍यमंत्री बन जाएंगीं. उनसे पहले सुषमा स्‍वराज और शीला दीक्षित इस पद का संभाल चुकी हैं. सुषमा स्‍वराज का कार्यकाल काफी छोटा रहा था, जबकि शीला दीक्षित ने 15 वर्षों तक दिल्‍ली में सीएम का पद संभाला. 43 साल की आतिशी कालकाजी सीट से तीन बार की विधायक हैं. दिल्ली की सबसे युवा CM बनने का रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम हो जाएगा. इससे पहले ये रिकॉर्ड केजरीवाल के पास था. केजरीवाल जब पहली बार सीएम बने थे तो उनकी उम्र 45 साल थी. सीएम पद की शपथ के बाद आतिशी को बहुतमत सिद्ध करना होगा. इसके लिए दिल्ली सरकार ने 26 और 27 सितंबर को दो दिवसीय विधानसभा सत्र बुलाने का निर्णय लिया है. 

आतिशी का राजनीतिक करियर

आतिशी के राजनीतिक करियर की बात करें, तो उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान राजनीति में सबसे पहली बार कदम रखा था. वो 2015 से 2018 तक दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार के रूप में काम कर चुकी हैं. ये तेज तर्रार 'आप' नेता पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी यानी पीएसी की मेंबर भी रह चुकी हैं. आतिशी ने 2019 में लोकसभा चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें गौतम गंभीर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था.

आतिशी का जन्म 8 जून 1981 को हुआ था. उनके माता पिता दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी रह चुके हैं. पढ़ाई दिल्ली की स्प्रिंगडेल स्कूल से की. उन्होंने सेंट स्टीफन्स कॉलेज से मास्टर्स की डिग्री से पूरी की. इसके बाद, उन्होंने चिवनिंग स्कॉलरशिप पर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. वहां उन्होंने मास्टर्स की दूसरी डिग्री हासिल की. आतिशी आम आदमी पार्टी की संस्थापक सदस्यों में से एक हैं. 2013 में आम आदमी पार्टी ने जब सबसे पहले मेनिफेस्टो ड्राफ्ट जारी किया था, तो उसमें आतिशी को भी जगह दी गई थी.