दिल्‍ली समेत देश के तमाम इलाकों में कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. उत्‍तराखंड में भी आई फ्लू (Eye Flu) के मरीजों की संख्‍या तेजी से बढ़ने लगी है. राज्य के सभी जिला अस्तपालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना आई फ्लू के मरीज पहुंच रहे हैं. इसे देखकर राज्‍य सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है. इसको लेकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की ओर से गाइडलाइंस जारी की गई है. 

ये हैं गाइडलाइंस

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स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं. इन दिशा निर्देशों में कहा गया है कि मौजूदा समय में आई फ्लू तेजी से फैल रहा है. ये एलर्जी, बैक्टीरिया या वायरल संक्रमण के कारण हो सकता है. कंजक्टिवाइटिस किसी संक्रमित व्यक्ति की आंखों के तरल पदार्थ के संपर्क में आने से फैलता है. ये समस्‍या संक्रामक होती है. 

ऐसे में अपने जिले में कंजक्टिवाइटिस की रोकथाम और नियंत्रण के लिए चिकित्सालय स्तर पर सभी जरूरी औषधियों की उपलब्धता और अन्‍य तैयारियां सुनिश्चित रखें. रोग की रोकथाम के लिए आम जनमानस को जागरुक किया जाए. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अगर आपको अपनी आंखों में आई फ्लू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करके इलाज कराएं. खुद से ही दवाओं या आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल न करें, इससे जोखिम बढ़ सकता है.

कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) के लक्षण 

1. आंखों में लाली आना, 

2. लगातार खुजली जलन होना 

3. धुंधली दृष्टि और नम आंखें 

4. लाइट को लेकर संवेदनशीलता, 

5. सूजी हुई पलकें और पलकों का पपड़ीदार होना, 

6. नजर से संबन्धित समस्‍याएं

आई फ्लू को फैलने से कैसे रोकें? 

  • कंजक्टिवाइटिस को फैलने से रोकने के लिए साफ-सफाई का ध्‍यान रखें.
  • अपनी आंखों को अपने हाथ से न छुएं.
  • हाथों को समय-समय पर धोते रहें.
  • तौलिया, तकिया, आई कॉस्मेटिक्स आदि को किसी से शेयर न करें.
  • रूमाल, तकिये के कवर, तौलिये आदि चीजों को रोज धोएं.
  • लक्षण दिखते ही विशेषज्ञ से संपर्क करके इलाज कराएं.
  • घर से बाहर या धूल में निकलने से पहले चश्मा पहनें.  

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