CG Election 2023: छत्‍तीसगढ़ की 90 सीटों में से 20 सीटों के लिए मतदान आज 7 नवंबर को शुरू हो गया है. दूसरे चरण के लिए वोटिंग 17 नवंबर को की जाएगी. पहले चरण की 20 सीटों पर 40,78,681 मतदाता अपने मताधिकार का इस्‍तेमाल करेंगे और प्रत्‍याशियों की हार-जीत का फैसला करेंगे. पहले फेज की 20 सीटों में 5 सीटों को वीआईपी माना जा रहा है. इन सीटों पर कांग्रेस-बीजेपी के दिग्‍गज नेताओं की किस्‍मत आज ईवीएम में कैद होने जा रही है. जानते हैं इन 4 वीआईपी विधानसभा सीटों के बारे में.

राजनांदगांव 

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राजनांदगांव को हाई प्रोफाइल सीट माना जाता है. यहां से डॉ. रमन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं. रमन सिंह तीन बार छत्‍तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 2003 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सरकार बनी. मुख्यमंत्री बने डॉ.रमन सिंह जो तब राजनांदगांव से सांसद थे. 2004 के उपचुनाव में वे डोंगरगांव से गीता देवी सिंह को हराकर पहली बार विधायक बने. 2008 में हुए अगले चुनाव से उन्होंने राजनांदगांव को अपनी परंपरागत सीट बना ली. तब से वे लगातार यहां से जीतते आ रहे हैं. राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक आबादी पिछड़ा वर्ग की है, जिसमें साहू, लोधी, यादव और अन्य शामिल हैं. साथ ही इस सीट पर सामान्‍य वर्ग की भी अच्‍छी खासी आबादी है.

कोंडागांव

कोंडागांव सीट से मोहन मरकाम चुनाव लड़ रहे हैं. उन्‍हें कांग्रेस का बड़ा चेहरा माना जाता है. मोहन मरकाम छत्तीसगढ़ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं. विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही भूपेश सरकार की कैबिनेट में उन्‍हें शामिल किया गया है. कोंडागांव सीट से ही बीजेपी ने लता उसेंडी को चुनावी मैदान में उतारा है. वे रमन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं. साथ ही उन्‍हें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की टीम में भी जगह मिली है.

कवर्धा

कवर्धा सीट से मोहम्‍मद अकबर चुनाव लड़ रहे हैं. मोहम्मद अकबर छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद अजीत जोगी की सरकार में भी मंत्री रहे हैं. उन्‍होंने छात्र राजनीति से अपने करियर की शुरुआत की थी. जिला पंचायत सदस्‍य रहे और कबीरधाम के पूर्व जिला अध्‍यक्ष रहे. 1998 में मोहम्‍मद अकबर पहली बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. उसके बाद साल 2003, 2008 और 2018 में चौथी बार चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे हैं. मौजूदा समय में वे छत्‍तीसगढ़ सरकार में मंत्री हैं. 

चित्रकोट

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. उन्‍हें चित्रकोट विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया है. यहां उन्हें टक्कर देने के लिए बीजेपी से विनायक गोयल को उतारा गया है. 2013 के विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने पहली बार उन्हें चुनाव के मैदान में उतारा और वह पहली बार विधायक बने थे. 2018 के विधानसभा चुनाव में भी वह चित्रकोट विधानसभा से चुनाव जीते और विधायक बने. इसके बाद मोदी लहर के बीच उन्‍होंने बस्तर लोकसभा सीट से 2019 में चुनाव जीता और सांसद बने. इसके बाद 2023 में बैज को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया.