Chandra Grahan 2023 in India Date, Time and Sutak Kaal: साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) आज 28 से 29 अक्‍टूबर की मध्‍य रात्रि में लगने जा रहा है. ये ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा. जिन जगहों पर भी ग्रहण नजर आता है, वहां सूतक के नियम लागू होते हैं. ज्‍योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है. सूतक काल को अशुभ काल माना गया है. इसमें कुछ नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है. प्रेगनेंट महिलाओं के लिए तो विशेष नियम बनाए गए हैं. यहां जानिए सूतक काल का समय और नियम (Sutak Kaal Time and Rules).

क्‍या होता है सूतक काल

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ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र के मुताबिक सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों से कुछ घंटे पहले का समय ऐसा होता है जब प्रकृति संवेदशनशील हो जाती है. सूतक काल के समय को को दूषित काल माना जाता है क्‍योंकि इस दौरान वातावरण में कई नकारात्‍मक तत्‍व मौजूद रहते हैं. इस समय को अशुभ माना गया है. सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक काल शुरू होता है, वहीं चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले.  सूतक काल का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है. सूतक काल से लेकर ग्रहण काल तक कुछ नियमों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

सूतक काल के नियम

  • सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए. इस दौरान सिलाई-कढ़ाई का कोई काम नहीं करना चाहिए. 
  • गर्भवती महिलाएं सूतक काल में खाना न बनाएं और चाकू, कैंची, सुई आदि किसी भी नुकीली चीज का भी इस्तेमाल न करें. 
  • सूतक काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए और पेट पर सूतक लगने के पहले ही गेरू लगा लेना चाहिए.
  • सूतक काल के दौरान वातावरण में नकारात्‍मकता होने के कारण सभी के लिए खाना बनाने और खाने की मनाही है. लेकिन लिक्विड डाइट ले सकते हैं. 
  • गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों के लिए खाना न खाने वाला नियम लागू नहीं है. वे अपनी जरूरत के हिसाब से खा सकते हैं.
  • ग्रहण के दौरान खाने की चीजों में तुलसी का पत्ता डाल देना चाहिए. इसे सूतक काल के पहले तोड़कर सभी चीजों में डाल लेना चाहिए. तुलसी का पत्‍ता डालने से वो चीज दूषित नहीं होती.
  • सूतक काल में मंदिर में पूजा न करें. न ही घर में पूजा करनी चाहिए. लेकिन मानसिक जाप कर सकते हैं. इसे शुभ माना जाता है. 

चंद्र ग्रहण और सूतक का समय

आज रात चंद्रग्रहण 01:05 बजे से लगेगा और रात  02:24 पर समाप्‍त होगा. ये ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा, इसलिए यहां सूतक के नियम भी लागू होंगे. चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक लग जाते हैं. इस हिसाब से सूतक काल 28 अक्‍टूबर की शाम 04:05 बजे शुरू हो जाएगा. इसी के साथ सूतक के नियम भी लागू हो जाएंगे और मंदिर वगैरह के कपाट बंद कर दिए जाएंगे.