Navratri 2023: नवरात्रि पर अखंड दीपक तो जला लिया, लेकिन क्या इसके नियमों का पालन कर रहे हैं आप?
अखंड ज्योति के भी कुछ नियम होते हैं, जिन्हें जानना और उनका पालन करना बहुत जरूरी होता है. अगर आप भी नवरात्रि के मौके पर अपने घर में अखंड ज्योति जलाते हैं तो एक बार ये जरूर देख लें कि क्या आप उसके नियमों का पालन कर रहे हैं?
इन दिनों चैत्र नवरात्रि चल रही है. चैत्र नवरात्रि के मौके पर देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के समय ही अखंड दीपक माता के समक्ष जलाया जाता है. इस दीपक का पूरे नौ दिनों तक लगातार जलना होता है. इसीलिए इसे अखंड ज्योति या अखंड दीपक कहा जाता है. इस ज्योति का बुझना अशुभ माना जाता है. जबकि अगर ये लगातार जलती रहे तो परिवार में खुशहाली और संपन्नता आती है. तमाम कष्ट दूर होते हैं.
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र का कहना है कि अखंड ज्योति के भी कुछ नियम होते हैं, जिन्हें जानना और उनका पालन करना बहुत जरूरी होता है. अगर आप भी नवरात्रि के मौके पर अपने घर में अखंड ज्योति जलाते हैं तो एक बार ये जरूर देख लें कि क्या आप उसके नियमों का पालन कर रहे हैं?
अखंड ज्योति के नियम
- अखंड ज्योति को इस उद्देश्य से जलाया जाता है कि घर की नकारात्मकता का अंत हो. परिवार की बाधाएं दूर हों और खुशहाली आए. इसलिए ज्योति को प्रज्जवलित करने से पहले एक मंत्र बोलना चाहिए. मंत्र है- शुभम 'करोति कल्याणं,आरोग्यं धन संपदाम्,शत्रु बुद्धि विनाशाय,दीपं ज्योति नमोस्तुते' इस मंत्र का अर्थ है- शुभ और कल्याण करने वाली,आरोग्य और धन संपदा देने वाली,शत्रु बुद्धि का विनाश करने वाली दीपक की ज्योति को नमस्कार है.
- अखंड दीपक जलाते समय उसे कभी भी सीधे जमीन पर नहीं रखना चाहिए. दीपक रखने के लिए पहले किसी अन्न जैसे जौ,चावल या गेहूं की ढेरी बना लें उसके ऊपर दीपक रखें.
- घी से जलायी अखंड ज्योति को दाईं ओर और तेल से जलायी अखंड ज्योति को बाईं ओर रखें. ज्योति को लेकर ध्यान रखें कि ये बुझने न पाए. इसमें समय से तेल या घी वगैरह डालते रहें. हवा से बचने के लिए अखंड ज्योति को कांच के गोले में रखें.
- अगर घर में अखंड ज्योति जलायी है तो घर को पूरी तरह से अकेला नहीं छोड़ें और न ही घर में ताला लगाएं. ज्योति को घर में अकेला छोड़ना शुभ नहीं माना जाता है.
- आप जिस दीपक में ज्योति जला रहे हैं, वो दीपक अच्छी तरह से साफ होना चाहिए. अगर दीपक मिट्टी का है, तो देख लें कि ये पहले इस्तेमाल किया गया न हो और कहीं से खंडित न हो. पूजा में टूटा दीपक इस्तेमाल करना शुभ नहीं माना जाता.
- अखंड दीपक जलाते समय ही उसकी बत्ती इस तरह से बनाएं कि इसे बार-बार बदलने की जरूरत न पड़े. इसके अलावा आप जिस जगह पर भी ज्योति जला रहे हैं, उसके आसपास साफ सफाई होनी चाहिए. वॉशरूम आदि नहीं बना होना चाहिए.
- नौ दिनों तक आपको ज्योति के लगातार जलते रहने का पूरा खयाल रखना होता है. नौ दिन पूरे होने के बाद आपको ज्योति को बुझाना नहीं होता. इसे स्वाभाविक रूप से अपने आप बुझने देना चाहिए.
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