PM मोदी सहित कई मंत्रियों ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि, जानें उनके जीवन की खास बातें
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री की आज 99वीं जयती है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू सहित देश के कई नेताओं ने श्रद्धांजलि दी.
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज 99वीं जयती है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और अन्य नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनके स्मारक 'सदैव अटल' पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस मौके पर जानते हैं उनते जीवन की मुख्य बातें.
तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे वाजपेयी आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 99 वीं जयंती है. अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने करियर की शुरुआत एक पत्रकार के तौर पर की थी. इसके बाद जब वे 1951 में भारतीय जन संघ में शामिल हुए तो पत्रकारिता छोड़ दी. अपने कार्यकाल के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं. पहली बार वे 1996 में सिर्फ 13 दिनों के लिए पीएम के पद पर रहे थे. इसके बाद दूसरी बार वे 1998 में प्रधानमंत्री बने. तीसरी बार वे 13 अक्टूबर 1999 को प्रधानमंत्री बने. इस बार उन्होंने 2004 तक अपना कार्यकाल पूरा किया. अटल बिहारी बाजपेयी को दिसंबर 2015 को भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया. अपने पूरे जीवन अविवाहित रहे वाजपेयी वाजपेयी अपने पूरे जीवन अविवाहित रहे. उन्होंने लम्बे समय से दोस्त राजकुमारी कौल और बी॰एन॰ कौल की बेटी नमिता भट्टाचार्य को उन्होंने दत्तक पुत्री के रूप में माना था. राजकुमारी कौल की मृत्यु वर्ष 2014 में हो चुकी है. अटल जी के साथ नमिता और उनके पति रंजन भट्टाचार्य रहते थे. वाजपेयी सरकार के अन्य प्रमुख कार्य- एक सौ वर्ष से भी ज्यादा पुराने कावेरी जल विवाद को सुलझाया.
- संरचनात्मक ढांचे के लिये कार्यदल, सॉफ्टवेयर विकास के लिये सूचना एवं प्रौद्योगिकी कार्यदल, विद्युतीकरण में गति लाने के लिये केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग आदि का गठन किया.
- राष्ट्रीय राजमार्गों एवं हवाई अड्डों का विकास
- नई टेलीकॉम नीति और कोकण रेलवे की शुरुआत करके बुनियादी संरचनात्मक ढांचे को मजबूत करने वाले कदम उठाये.
- राष्ट्रीय सुरक्षा समिति, आर्थिक सलाह समिति, व्यापार एवं उद्योग समिति भी गठित कीं.
- आवश्यक उपभोक्ता सामग्रियों के मूल्यों को नियन्त्रित करने के लिये मुख्यमन्त्रियों का सम्मेलन बुलाया.
- उड़ीसा के सर्वाधिक निर्धन क्षेत्र के लिये सात सूत्रीय निर्धनता उन्मूलन कार्यक्रम शुरू किया.
- आवास निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए अर्बन सीलिंग एक्ट समाप्त किया.
- ग्रामीण रोजगार सृजन एवं विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोगों के लिये बीमा योजना शुरू की.
अटल बिहारी बाजपेयी को मिले इतने पुरस्कार
1992: पद्म विभूषण 1993: डी लिट (कानपुर विश्वविद्यालय) 1994: लोकमान्य तिलक पुरस्कार 1994: श्रेष्ठ सासंद पुरस्कार 1994: भारत रत्न पण्डित गोविन्द वल्लभ पन्त पुरस्कार 2015 : डी लिट (मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय) जिया लाल बैरवा (देवली) 2015 : फ्रेंड्स ऑफ बांग्लादेश लिबरेशन वार अवॉर्ड', (बांग्लादेश सरकार द्वारा प्रदत्त) 2015 : भारतरत्न से सम्मानित 2018 में देश को कहा अलविदाअटल बिहारी वाजपेयी जी को 2009 में दिल का एक दौरा पड़ा था, जिसके बाद वह बोलने में असक्षम हो गए थे. उन्हें 11 जून 2018 में किडनी में संक्रमण और कुछ अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था, जहां 16 अगस्त 2018 को शाम 5:05 बजे उनकी मृत्यु हो गयी.