Aditya L1 Solar Mission Updates: इसरो का लूनर मिशन चंद्रयान 3 पृथ्वी की कक्षा से बाहर निकलकर चांद की कक्षा में प्रवेश कर गया है. वहीं, इसरो ने देश के पहले सोलर मिशन आदित्य L1 पर अपडेट शेयर किया है. आदित्य एल 1 लॉन्च के लिए तैयार है. इस सैटेलाइट यू.आर.राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) बेंगलुरु में रखा गया था. अब लॉन्चिंग के लिए सैटेलाइट SDSC-SHAR श्रीहरिकोटा पहुंच गई है. आपको बता दें कि दुनियाभर से अब तक 22 सूर्य मिशन के लिए भेजे जा चुके हैं. 

Aditya L1 Solar Mission Updates: उपकरणों की टेस्टिंग हुई पूरी

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सोलर मिशन के तहत सूरज की निगरानी के लिए उपग्रह के सभी उपकरणों का टेस्टिंग पूरा कर लिया है. आदित्य एल-1 में कुल सात उपकरण- VELC, सूट, ASPEX, पापा, सोलेक्स, हेल10एस और मैग्नेटोमीटर हैं. आदित्य एल 1 एलएमवी एम-3 रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा. ये अंडाकार कक्षा में बढ़ेगा. 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर L-1 के पास होलो ऑर्बिट में इसकी तैनाती की जाएगी. इस जगह से हर वक्त सूरज दिखाई देता है.     

Aditya L1 Solar Mission Updates: यूरोपियन स्पेस ऐजेंसी कर रही है सपोर्ट

सोलर मिशन आदित्य एल 1 को यूरोपियन स्पेस ऐजेंसी यानी ESA सपोर्ट करने जा रही है. ये आदित्य एल 1 की ट्रैकिंग में मदद करेगी. इसके अलावा गोनहिली और कौरौ ट्रैकिंग गतिविधियां शामिल होगी. सूरज धरती के सबसे करीब सितारा है, ऐसे में दूसरे सितारों के मुताबिक इसके बारे में ज्यादा डिटेल्स से स्टडी की जा सकती है. इसके अलावा सूरज के बार में अध्ययन करने से हमें अपनी आकाश गंगा और दूसरी गैलेक्सी के बारे में ज्यादा जानकारी मिलेगी.  

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दुनिया के दूसरे देशों के सोलर मिशन की बात करें तो जमर्नी, यूरोपियन स्पेस ऐजेंसी, जर्मनी ने 22 सोलर मिशन भेजे हैं. नासा ने पहला सोलर मिशन पायोनियर-5 साल 1960 में भेजा था. यूरोपियन स्पेस ऐजेंसी ने साल 1994 में पहला सोलर मिशन नासा के साथ मिलकर भेजा था. वहीं, 1974 में जर्मनी ने अपना सोलर मिशन भेजा था.