Aditya L1 Mission: ISRO ने आदित्य  L1 को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, आदित्य  L1 ने सफलतापूर्वक अपनी कक्षा बदल दी है. इसके साथ ही ये भी बताया कि आदित्य  L1 बिल्कुल ठीक तरह से काम कर रहा है. यह 245 किमी x 22459 किमी की कक्षा से अब 245 km x 22459 km की कक्षा में पहुंच चुका है. इसके बाद आदित्य L1 पांच और अपनी कक्षा बदलेगा. यह पहले 16 दिनों में आदित्य L1 5 बार अपनी कक्षा बदलेगा. इसके बाद लाग्रेंज पॉइंट के लिए छलांग लगाएगा.

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2 सितंबर को लॉन्च हुआ सूरजयान 

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2 सितंबर को देश का पहला सूर्य मिशन आदित्‍य एल-1 (Aditya-L1) लॉन्‍च कर चुका है. इसे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्‍पेस सेंटर से लॉन्‍च किया गया. आदित्‍य यान को पीएसएलवी-सी57 रॉकेट के जरिए लॉन्‍च किया गया.  ये 4 महीने का सफर पूरा करते हुए L1 पॉइंट तक पहुंचेगा. यहां जानिए इस मिशन से जुड़ी वो हर छोटी-बड़ी बात जो आपके लिए जानना जरूरी है.

 क्‍या है आदित्‍य L1 का मकसद

इसका मकसद सूर्य के आसपास के वायुमंडल का अध्ययन करना है. यह क्रोमोस्फेरिक और कोरोनल हीटिंग की स्टडी करेगा. इसके साथ ही यह फ्लेयर्स पर रिसर्च करेगा.