Zoom App: देशभर में फिलहाल पूरी तरह से चल रहे लॉकडाउन (Lockdown) में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप (Video conferencing app) जूम (ZOOM) के इस्तेमाल को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट किया है. राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर साइबर रिस्क की बात कही है. दरअसल, लॉकडाउन में अधिकांश लोग घर से काम करने में इस जूम ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. एजेंसियों ने ऑपरेटर, यूजर्स दोनों के लिए खासतौर पर एडवाइजरी जारी की है.

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जर्मनी समेत कई देशों ने भी इस ऐप के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है. खबर में कहा गया है कि जूम पर लोगों की निजी जानकारियां लीक करने और उनकी जासूसी करने के आरोप लगे हैं. जर्मनी के विदेश मंत्रालय ने अपने नागरिकों और अधिकारियों की दी सलाह में कहा है कि जूम ऐप में रिकॉर्डिंग और बातचीत इनक्रिप्टेड नहीं होती हैं, जिस कारण इसके लीक होने का खतरा रहता है. वहीं दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने भी अपने कर्मचारियों को जूम ऐप का इस्तेमाल करने से रोक दिया है.

इन देशों और कंपनियों ने लगाया बैन

जूम पर जर्मनी, ताइवान, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर ने बैन लगा दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वहीं कंपनियों में गूगल (google), स्पेसएक्स, टेस्ला, नासा और न्यूयॉर्क के एजुकेशनल इंस्टीट्यूट ने भी इसके इस्तेमाल पर रोक लगा दी है.

भारत में कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम और राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा एजेंसी ने भी इस ऐप के इस्तेमाल को लेकर चेताते हुए कहा है कि इससे अटैकर्स सरकारी और प्राइवेट ऑफिस के डेटा चोरी कर इसका गलत इस्तेमाल कर सकते हैं.

जूम ने दी सफाई

खबर के मुताबिक, जूम ऐप (Zoom app) के सीईओ ने ऐप में मौजूद सुरक्षा खामियों को लेकर माफी भी मांगी है. सीईओ इरिक युआन ने कहा कि हम इस ऐप की खामियो को जल्द दूर कर लेंगे.

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कंपनी ने एक ई-मेल के जरिये दी अपनी सफाई में कहा कि जूम अपने यूजर की सेफ्टी को लेकर काफी गंभीर है. जूम पूरी दुनिया की सरकारों के साथ बातचीत कर रहा है और जानकारी भी दे रही है, ताकि अपने नियमों के मुताबिक वह सही फैसला ले सकें.