क्रिएटर्स की ग्रोथ को चलाने के लिए यूट्यूब (YouTube) अपने प्लेटफॉर्म पर क्षेत्रीय भाषाओं (regional languages) पर ध्यान केंद्रित करेगा. कंपनी के एक टॉप एक्जीक्यूटिव ने यह जानकारी दी है. गूगल के स्वामित्व वाली यूट्यूब के भारत में 26.5 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं. यूट्यूब इंडिया (YouTube India) के कंटेंट पार्टनरशिप डायरेक्टर सत्य राघवन के अनुसार, कंपनी का भारतीय भाषाओं पर ध्यान जारी रहेगा और यह अगले वर्ष में वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर सफलता प्राप्त करने के लिए और अधिक क्रिएटर्स (रचनाकारों) को प्रोत्साहित किया जाएगा.

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राघवन ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में हमने क्षेत्रीय भाषाओं में अच्छी ग्रोथ देखी है. इसमें भी विशेषकर तमिल, तेलुगू और मलयालम शामिल हैं. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, दूसरी भाषाएं- जैसे बांग्ला, पंजाबी, गुजराती और मराठी यूट्यूब इंडिया में 2016 से बढ़नी शुरू हुई हैं. इन भारतीय भाषाओं ने अपनी वर्टिकल का विस्तार करना जारी रखा, जिसमें कॉमेडी से लेकर गेमिंग तक की सुंदरता शामिल रही और आज उनके पास लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म पर कन्टेंट की पूरी सीरीज है.

उन्होंने कहा कि यूट्यूब की भारत में यात्रा का 25वां साल है. इस वर्ष यूट्यूब पर खेती, गेमिंग और सीखने जैसी शैलियों में बढ़ोतरी हुई और बड़े पैमाने में लोगों को खुद से जोड़ने में कामयाब रही. कंपनी के अनुसार, इसी क्रम में श्रेणियों के पार महिला क्रिएटर्स का वरचस्व अधिक रहा. 

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वर्ष 2016 में जहां 10 लाख से अधिक सब्सक्राइबर वाली सिर्फ एक महिला यूट्यूब क्रिएटर थी. वहीं इस साल अभी तक इस कैटेगरी में 120 महिला यूट्यूब क्रिएटर्स शामिल हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या महिला क्रिएटर किसी एक विशेष शैली में आगे रही? इसके जवाब में राघवन ने कहा कि उन्होंने लगभग सभी शैलियों में अच्छा प्रदर्शन किया.