अगर आपके पास एंड्रॉयड फोन है तो आप इस भूलावे में न रहें कि गूगल के इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सेंध नहीं लगाई जा सकती है. आज के समय में एंड्रॉयड वाले उपकरणों को हैकर्स बड़ी आसानी से हैक कर ले रहे हैं. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि आपके एंड्रॉयड फोन को महज एक एसएमएस की मदद से भी हैक किया जा सकता है. एक पल के लिए आपको यह बात हजम नहीं हो रही होगी कि भला एसएमएस (SMS) से स्मार्टफोन कैसे हैक हो सकता है. लेकिन यह सच है और ऐसा हो सकता है. आपको ऐसी परिस्थिति का सामना न करना पड़े, इसके लिए आपको विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए.

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95% से ज्यादा एंड्रॉइड डिवाइस हो सकते हैं हैक

साइबर सुरक्षा से जुड़े जानकारों की मानें तो करीब 95 फीसदी एंड्रॉयड उपकरणों को मात्र एक SMS से हैक किया जा सकता है. अगर आप एंड्रॉयड का सबसे नया संस्करण (वर्जन) इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको इसके लिए चिंता करने की जरूरत नहीं है. हां, अगर आप एंड्रॉयड 2.2 से लेकर 5.1 तक वाले ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपको विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. वहीं, एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप से ऊपर के ऑपरेटिंग सिस्टम वाले डिवाइस का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को हैक होने का खतरा कम रहता है.

एक सॉफ्टवेयर बनता है वजह

अगर आप एंड्रॉयड 5.1 लॉलीपॉप से नीचे के वर्जन वाले एंड्रॉयड डिवाइस वाले स्मार्टफोन, टैबलेट और अन्य डिवाइस हैक हो सकते हैं. जागरणडॉटकॉम की खबर के मुताबिक, एंड्रॉयड 5.1 ऑपरेटिंग सिस्टम से पुराने वाले वर्जन के डिवाइस में एक Stagefright नाम का सॉफ्टवेयर होता है. यह मल्टीमीडिया फाइल्स को ओपन और प्ले करने के लिए दिया जाता है. इसी सॉफ्टवेयर के द्वारा आपके फोन में भेजे गए मल्टीमीडिया मैसेज यानी की एमएमएस को भी ओपन किया जाता है. 

अगर हैकर्स के पास आपका मोबाइल नंबर है तो वह आपको एमएमएस भेजकर आपका फोन हैक कर सकता है. यानी फोन में मौजूद डेटा को उड़ा सकता है. ऐसी घटनाओं से बचने का सबसे बेहतर तरीका यही है कि अगर आपको किसी भी अनजान नंबर से कोई लिंक और मैसेज या MMS आए तो उसे ओपन न करें. इससे आप होने वाली हैकिंग से बच सकते हैं.