विप्रो लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसके कुछ कर्मचारियों के ई-मेल पर साइबर हमले से महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधियों पर असर नहीं पड़ा है और कंपनी ने इससे निपटने के लिये एहतियाती उपाय किये हैं. शेयर बाजार को दी सूचना में कंपनी ने कहा कि वह 10 दिन पहले अपने कुछ कर्मचारियों के ई-मेल पर सेंधमारी के संदर्भ में अपने नेटवर्क पर संभावित असामान्य गतिविधियों से वाकिफ है. उसके कुछ कर्मचारियों के ई-मेल खातों में झांसा देकर सेंध लगाने को लेकर बड़ा अभियान (एडवांस्ड फिशिंग कैम्पेन) चलाया गया. 

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विप्रो ने कहा, ‘‘मामले का पता चलने के बाद कंपनी ने ऐसी घटनाओं से निपटने के लिये मानक परिचालन प्रक्रिया शुरू की. हमने तत्काल जांच शुरू की और प्रभावित उपयोगकर्ताओं की पहचान की तथा संभावित जोखिम को रोकने एवं उसे कम करने के लिये एहतियाती उपाय किये.’’ 

कंपनी ने यह भी कहा कि मानक मानदंडों के तहत हमने उन ग्राहकों को सूचित किया और यह सुनिश्चित किया कि इसका कोई प्रभाव नहीं पड़े. विप्रो ने कहा, ‘‘हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि इस प्रकरण से कंपनी की महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधियों पर असर नहीं पड़ा.’’ 

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इससे पहले, साइबरसिक्योरिटी ब्लॉग क्रेब्स ऑन सिक्योरिटी ने कहा था कि विप्रो की प्रणाली में सेंध लगी है और उसका उपयोग उसके कुछ ग्राहकों को निशाना बनाने में किया जा सकता है. विप्रो ने कहा कि उसने उद्योग में अग्रणी साइबर सुरक्षा गतिविधियों का उपयोग और एहतियाती उपाय के रूप में कदम उठाये हैं. साथ ही इस जानकारी को भागीदारों के साथ साझा किया है ताकि ‘एंटीवायरस सिग्नेचर’ विकसित किया जा सके.