सोशल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (Whatsapp) ने भारत में अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज और गलत जनकारियों को फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं लेकिन प्लेटफॉर्म को पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है. कंपनी के भारतीय प्रमुख अभिजीत बोस ने बुधवार को यह जानकारी दी. इसी वर्ष फेसबुक के अधिग्रहण वाली कंपनी के भारत में संचालन के प्रमुख बनने के बाद पहला बयान देते हुए बोस ने कहा कि कंपनी यह दृढ़ता से मानती है कि निजी संदेश सुरक्षा के लिए मूलभूत आवश्यकता हैं.

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कैलिफोर्निया से बाहर पूरे देश की पहली टीम नियुक्त कर रहे बोस ने कहा, "हम खुश हैं कि वायरल कंटेंट को नियंत्रित करने और यूजर्स को जागरूक करने के लिए किए गए हमारे प्रयास से फर्क पड़ रहा है. यह काम अभी हुआ नहीं है. अभी बहुत कुछ है जो हम कर सकते हैं और हम करेंगे."

यह कंपनी गुरुग्राम में स्थित है. बोस ने कहा, "मैं आने वाले महीनों में बारीकी से सुनने और समझने वाला हूं और अपने समान सुरक्षा लक्ष्यों को पाने के लिए यहां भारत में अपने हितधारकों के साथ काम करने के लिए उत्साहित हूं."

व्हाट्सएप के भारत में 20 करोड़ सक्रिय यूजर हैं और भारत इसका सबसे बड़ा उपभोक्ता है. दुनियाभर में व्हाट्सएप के 1.5 अरब उपभोक्ता हैं. पिछले साल हुए हिंसा के दर्जनों मामलों में सरकार की कार्रवाइयों का सामना कर रहे व्हाट्सएप ने कई नए फीचर पेश किए. इन फीचरों में मैसेज को फॉरवार्ड करने की अधिकतम क्षमता पांच करना तथा देश के लिए एक शिकायत अधिकारी नियुक्त करना है.

बोस ने बताया, "जो सबसे मजेदार फीचर हम बना रहे हैं वो व्हाट्सएप पेमेंट्स है. इससे हम लोगों को एक-दूसरे को या अपने पसंदीदा व्यापारी को आसानी से रुपये भेजने की सुविधा संभव कर रहे हैं."