मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप (WhatsApp) ने कहा कि उसने इंडियन स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी (ISPP) के साथ मिलकर एक एजुकेशन पार्टनरशिप की है, जिसका मकसद आईएसपीपी के छात्रों को यह समझाने में मदद करना है कि उत्पादों के विकास में प्राइवेसी का ध्यान रखना कितना अहम है. वॉट्सऐप के ग्लोबल हेड विल कैथकार्ट ने मुंबई में भारतीय स्टार्टअप कंपनियों एवं कारोबारियों से बातचीत के दौरान यह घोषणा की.

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इस दौरान कैथकार्ट ने कहा कि कंज्यूमर और बिजनेस आधारित सफल प्रोडक्ट डेवलप करने के लिए प्राइवेसी को प्रमुख सिद्धांत के तौर पर शामिल करना बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, 'हम भारत में लोगों के बीच की बातचीत को गोपनीय रखने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमारा मानना है कि आईएसपीपी के साथ साझेदारी के जरिए हम भविष्य के नीति निर्माताओं को यह समझा सकेंगे कि प्राइवेसी को बुनियादी सिद्धांत बनाकर उत्पाद विकसित करना बेहद महत्वपूर्ण है. ऐसा करके ही आज के डिजिटल युग में लोगों को प्राइवेसी का अधिकार दिया जा सकेगा.'

उल्लेखनीय है कि पिछले साल वॉट्सऐप पर प्रसारित झूठी खबरों की वजह से कई लोगों के खिलाफ मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आईं थीं. इसके बाद भारत सरकार ने वॉट्सऐप से इन फर्जी मैसेज की शुरुआत करने वालों का पता लगाने के लिए कहा था. फेसबुक की स्वामित्व वाली कंपनी वॉट्सऐप के भारत में 20 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं. कंपनी का कहना है कि किसी भी संदेश के उद्गम का पता लगाने से यूजर्स की प्राइवेसी प्रभावित होगी. आईएसपीपी की साझेदारी के तहत प्राइवेसी को लेकर कई वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा.