अमेरिकी सरकार ट्रेड वार में उलझे चीन के बड़े ब्रांड Huawei टेक्‍नोलॉजीज के उपकरणों की दुनियाभर में तालाबंदी की कोशिश कर रही है. उसने साथी देशों के वायरलैस और इंटरनेट प्रोवाइडर्स से ताकीद की है कि वह इस चीनी ब्रांड के टेलीकम्‍युनिकेशन उपकरणों का इस्‍तेमाल बंद कर दें. एक मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है. रायटर्स की खबर के मुताबिक अमेरिका के इस कदम से दुनिया के सबसे बड़े टेलीकॉम गियर मेकर के कारोबार को बट्टा लग सकता है.

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क्‍यों पीछे पड़ा है अमेरिका

Huawei टेक्‍नोलॉजीज के खिलाफ इस समय पश्चिमी खुफिया एजेंसियां जांच कर रही हैं. उन्‍हें संदेह है कि कंपनी की चीनी सरकार के साथ मिलीभगत है. उसके उपकरणों के जरिए चीन जासूसी करा रहा है. इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने साथी देशों में कंपनी के उपकरणों को इस्‍तेमाल को रोकने के प्रयास तेज कर दिए हैं.

बड़े पैमाने पर इस्‍तेमाल हो रहे उपकरण

Huawei टेक्‍नोलॉजीज के उपकरण कई देशों में टेलीकम्‍युनिकेशन सिस्‍टम में इस्‍तेमाल हो रहे हैं. अमेरिका ने जासूसी के संदेह के बाद टेलीकॉम कंपनियों से कहा है कि वे इसका इस्‍तेमाल जल्‍द से जल्‍द रोकें क्‍योंकि यह साइबर सुरक्षा के लिए खतरा है.

अमेरिका पहले ही लगा चुका है पाबंदी

अमेरिका इस चीनी ब्रांड के उपकरणों के इस्‍तेमाल पर पहले ही रोक लगा चुका है. अब अमेरिका के सरकारी दफ्तरों में इस ब्रांड के उपकरणों की सप्‍लाई नहीं हो रही है.

आस्‍ट्रेलिया ने कई माह पहले लगाई रोक

आस्‍ट्रेलिया सरकार ने कुछ माह पहले अपने कांट्रेक्‍टरों को इस ब्रांड के उपकरण की खरीदारी करने से रोका था. साथ ही 5जी मोबाइल नेटवर्क के लिए कंपनी के उपकरणों की खरीद पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.

Huawei करती रही है इनकार

Huawei टेक्‍नोलॉजीज शुरू से ही अपने उपकरणों के जरिए किसी प्रकार की जासूसी से इनकार करती रही है. यह कंपनी अमेरिका के निशाने पर चीन से ट्रेड वार बढ़ने पर आई.