Spam Calls: देश में फर्जी कॉल्स और मैसेज का सिलसिला काफी तेजी से फैल रहा है. इस पर लगाम लगाने के लिए ट्रूकॉलर और वॉट्सऐप ने एक दूसरे के साथ हाथ मिलाया है. जल्द ही Truecaller की कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप के लिए शुरू हो जाएगी. इस सर्विस के थ्रू इंटरनेट के जरिए किए जाने वाले फर्जी कॉल्स और मैसेज का पता चल सकेगा. इस बात की जानकारी Truecaller के CEO ने दी है. फिलहाल ये सर्विस बीटा फेज में है. आइए जानते हैं क्या है ट्रूकॉलर और वॉट्सऐप की प्लानिंग. 

मई एंड में रोल आउट होगी सुविधा

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ट्रूकॉलर क सीईओ एलन ममेडी (Alan Mamedi) ने रॉयटर्स को बताया कि इस सर्विस को मई के एंड तक सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा. बीते कुछ सालों में इंटरनेट कॉल्स और मैसेज के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड के कई मामले सामने आए हैं. साल 2021 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में हर यूजर को एक महीने में कम से कम 17 फर्जी कॉल्स वॉट्सऐप पर आते हैं. 

इंटरनेट पर आ रही फर्जी कॉल्स के अलावा टेलीकॉम रेगूलेटर TRAI ने भी टेलीकॉम कंपनियों को ऑफलाइन आने वाले फर्जी कॉल्स और SMS को ब्लॉक करने को कहा है. इसके लिए टेलीकॉम कंपनियां Airtel और Jio ने AI बेस्ड सर्विस रोल आउट करना शुरू कर दिया है. इन दोनों लीडिंग टेलीकॉम कंपनी के पास 70% यूजर्स हैं. इसके अलावा Vi भी इस तरह के AI बेस्ड सिस्टम को टेस्ट कर रहा है. आने वाले कुछ महीनों में सभी टेलीकॉम कंपनियां ऑफलाइन फर्जी कॉल्स और मैसेज पर लगाम लगा देंगी. 

WhatsApp पर जबरदस्त हो रहा है स्कैम

ट्रू कॉलर के CEO एलम ममेडी ने कहा, 'हमनें भारत में WhatsApp के जरिए स्पैम यानी फर्जी कॉल्स की संख्या में जबरदस्त ग्रोथ देखा है. ऐसे में इंटरनेट के जरिए किए जाने वाले फर्जी कॉल्स पर रोक लगाने की जरूरत है. WhatsApp भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है. ऐसे में यूजर्स को आने वाले फेक कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए ब्लॉकिंग सर्विस की सख्त जरूरत है.

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