5G in India: देश में 5G सर्विस को लेकर एक ताजा अपडेट आया है. टेलीकॉम रेगुलेटर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 5G स्पेक्ट्रम के मूल्य निर्धारण और अन्य तौर-तरीकों पर अपनी सिफारिशें अगले 7-10 दिनों में सामने लेकर आएगी. 

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भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) के सचिव वी रघुनंदन ने पीटीआई को बताया कि रेगुलेटर को दिए गए स्पेक्ट्रम के संदर्भ में कई बैंड शामिल हैं और इसलिए इस पर विस्तृत विचार-विमर्श शामिल हैं.

रघुनंदन ने कहा कि हम इसके अंतिम चरण में हैं और जल्द ही 7-10 दिनों में सिफारिशें पेश करेंगे.

स्पेक्ट्रम ऑक्शन के लिए जरूरी है ट्राई की सिफारिश

स्पेक्ट्रम के मूल्य निर्धारण और अन्य बारीकियों पर TRAI के विचार महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि यह स्पेक्ट्रम की नीलामी और पांचवी पीढ़ी की सेवाओ के बाद के रोलआउट की स्पीड को तय करेगा जो अल्ट्रा-हाई-स्पीड और नए जमाने की सर्विस और बिजनेस मॉडल की शुरुआत करेगा.

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मार्च अंत तक आनी थी सिफारिशें

टेलीकॉम इंडस्ट्री मार्च के अंत तक रेगुलेटर की सिफारिशों के आने की उम्मीद कर रहा था. टेलीकॉम रेगुलेटर ने 5G को लेकर पिछले साल नवंबर के अंत में मूल्य निर्धारण, मात्रा और अन्य शर्तों सहित कई बैंडों में स्पेक्ट्रम की नीलामी के तौर-तरीकों पर चर्चा करने के लिए एक विस्तृत परामर्श पत्र जारी किया था.

चर्चा में था ये शामिल

TRAI का परिचर्चा या परामर्श पत्र 207 पृष्ठ का था और इसमें उद्योग स्तर पर चर्चा के लिए 74 सवाल शामिल थे.

नए फ्रीक्वेंसी बैंड 526-698 मेगाहर्ट्ज और मिलीमीटर बैंड मसलन 24.25-28.5 गीगाहर्ट्ज के अलावा 700 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज और 3300-3670 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए भी नियम तय किए जाने हैं.

आखिरी दौर की स्पेक्ट्रम नीलामी मार्च, 2021 में हुई थी। इसमें 855.6 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए 77,800 करोड़ रुपये की विजेता बोलियां हासिल हुई थीं, लेकिन उस समय हुई नीलामी में करीब 63 प्रतिशत स्पेक्ट्रम बिक नहीं पाया था.