11 अंकों का हो जाएगा मोबाइल नंबर! ट्राई ने मांगे इस पर सुझाव, जानें इसके पीछे क्या है वजह
TRAI : ट्राई ने इसके पीछे कहा है कि देश में बढ़ती आबादी की वजह से अधिक फोन कनेक्शन के दबाव की वजह से मोबाइल नंबर के अंकों को बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है.
फिलहाल देश में 1.2 अरब फोन कनेक्शन हैं. (रॉयटर्स)
फिलहाल देश में 1.2 अरब फोन कनेक्शन हैं. (रॉयटर्स)
आपका मोबाइल नंबर अब तक 10 अंकों का है, लेकिन आने वाले समय में नए मोबाइल नंबर 11 अंकों के हो सकते हैं. इसके पीछे भी एक खास वजह है. दरअसल, टेलीकॉम रेगुलेटरी बॉडी ट्राई ने से इस मामले में सुझाव मांगे हैं कि क्या मोबाइल नंबर 11 अंकों का किया जाना चाहिए. ट्राई ने इसके पीछे कहा है कि देश में बढ़ती आबादी की वजह से अधिक फोन कनेक्शन के दबाव की वजह से मोबाइल नंबर के अंकों को बढ़ाने की जरूरत महसूस हो रही है. ट्राई ने लोगों से अपने सुझाव जानने के लिए इनवाइट किया है.
टेलीकॉम रेगुलेटरी ट्राई ने इस संबंध में डिस्कशन पेपर जारी किया है. इसका टाइटल है-‘एकीकृत अंक योजना का विकास.’ट्राई की यह स्कीम मोबाइल फोन और लैंडलाइन दोनों के लिए है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, डिस्कशन पेपर में कहा गया है कि हम यह मानकर चलते हैं कि देश में साल 2050 तक वायरलेस फोन की डेन्सिटी 200 प्रतिशत हो जाए तो इस देश में मोबाइल फोन की संख्या करीब 3.28 अरब हो जाएगी. फिलहाल देश में 1.2 अरब फोन कनेक्शन हैं.
ट्राई का अनुमान है कि 10 अंकों का 70 प्रतिशत यूज को देखें तो देश में 4.68 अरब नंबर की जरूरत होगी. आपको बता दें कि सरकार ने मशीनों के बीच पारस्परिक इंटरनेट संपर्क/इंटरनेट ऑफ द थिंग्स के लिए 13 अंकों वाली नंबर सीरीज पहले ही शुरू कर चुकी है. वर्तमान आंकड़ों को देखें तो जून 2019 तक देश में 118.66 करोड़ फोन कनेक्शन हैं. इस समय तक देश में टेलीफोन डेन्सिटी 90.11 प्रतिशत है.
08:51 AM IST