चोरी हो गई है आपकी कार-बाइक या खोया है स्मार्टफोन, सिर्फ 1 मिनट में ऐसे पता करें!
अब बाजार में रियल टाइम मिनी ट्रैकिंग डिवाइस आ चुकी हैं. कार या बाइक चोरी होने पर ये डिवाइस आपको बिना इंटरनेट के उस तकचोरी हो गई है आपकी कार या बाइक, सिर्फ 1 मिनट में ऐसे पता करें पहुंचा देगा.
भारतीय बाजार में कारों और बाइक की डिमांड के साथ ही इनके चोरी होने की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं. लेकिन, अब बाजार में रियल टाइम मिनी ट्रैकिंग डिवाइस आ चुकी हैं. इन डिवाइसेज के जरिए कार, बाइक, फोन, बैग या अन्य किसी के साथ कनेक्ट होने पर उसकी रियल टाइम पोजिशन बता देती हैं. ऐसी ही एक डिवाइस है सिक्योमोर (Secumore). ये डिवाइस ऑनलाइन स्टोर से मात्र 1575 रुपए में खरीदा जा सकता है. इसकी मदद से आप अपनी चोरी हुई कार या बाइक आसानी से ढूंढ सकते हैं. इस नैनो डिवाइस से चोर को आसानी से पकड़ा जा सकता है.
बिना इंटरनेट करेगा काम
इस डिवाइस की खास बात है कि ये इंटरनेट या वाई-फाई कनेक्टिविटी के बिना ही काम करता है. यानी डिवाइस को ट्रैक करने की कोई लिमिट नहीं है. इसे भारत में कहीं भी आसानी से ट्रैक किया जा सकता है. दरअसल, इस डिवाइस में एक नैनो सिम को इन्सर्ट किया जाता है और ऐप की मदद से इस डिवाइस को ट्रैक कर सकते हैं. इस डिवाइस की ऑनलाइन कीमत 2,429 रुपए है, लेकिन डिस्काउंट के साथ इसे 1575 रुपए में खरीदा जा सकता है.
डिवाइस में क्या है खास
ये डिवाइस 2G GSM/GPRS/GPS, TCP/IP नेटवर्क पर काम करता है. डिवाइस में रिचार्जेबल बैटरी है जिसका बैकअप लगभग 3 दिन है. ये वाटरप्रूफ है इसके लिए IP65 सर्टिफिकेट भी मिला है. इस डिवाइस में एक माइक्रोफोन दिया गया है. यानी डिवाइस जहां भी रहेगा वहां की बातें आप अपने फोन पर सुन सकते हैं. इतना ही नहीं, डिवाइस को SMS की मदद से भी कंट्रोल किया जा सकता है.
की-चेन जैसी है डिवाइस
ये डिवाइस किसी की-चेन जैसी है. इसके बैक में चार्जिंग प्वाइंट और नीचे की तरफ सिम ट्रे और दूसरी तरफ पावर बटन और LED दी गई है.
ऐप से करें कनेक्ट
डिवाइस को स्मार्टफोन से कनेक्ट करने के लिए इसमें नैनो सिम कार्ड इनसर्ट करके कैप अच्छी तरह लगाएं. इसके बाद पावर बटन से इसे ऑन करें. अब अपने फोन में सिक्योमोर (Secumore) ऐप डालें.
कैसे करेगा काम
अब ऐप को ओपन करके इसमें डिवाइस के पीछे दिया IMEI नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगइन करें. फिर रियल टाइम ट्रैकिंग पर क्लिक करें. ट्रैकिंग पर क्लिक करते ही फोन डिवाइस की लोकेशन को ट्रैक करना शुरू कर देगा और ऐप के जरिए उसकी पोजिशन मैप पर दिखाई देगी.