दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने सोमवार को विश्वास जताया कि शेष बची 1.25 लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड नेटवर्क भारत नेट से जोड़ने का काम मार्च 2019 तक की निर्धारित समयसीमा में पूरा हो जाएगा. यह परियोजना गांव-गांव तक लोगों को उच्च गति वाली इंटनेट सेवाएं सुलभ कराने के लिए बुनियादी ढांचागत सुविधा खड़ी करने के लिए चलाई जा रही है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सिन्हा ने कहा कि भारत नेट परियोजना का करीब 50 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है. इसका लक्ष्य 2.5 लाख लाख ग्राम पंचायतों को कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है. उन्होंने कहा कि सरकार के वित्त पोषण से पुलिस स्टेशन, उच्च विद्यालयों तथा अन्य शैक्षणिक सस्थानों, डाकघरों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी इस नेटवर्क सुविधा के तहत लाया जाएगा.

भारत ब्राडबैंड नेटवर्क लि. (बीबीएनएल) के नये कारपोरेट कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा, ‘‘करीब 1.25 लाख ग्राम पंचायतों में काम पूरा हो गया है. परियोजना के तहत 2.5 लाख ग्राम पंचायतों को जोड़ना है और दूसरे चरण को मार्च 2019 तक पूरा करना है.’’ 

परियोजना का मकसद देश भर में नागरिकों को ई-प्रशासन, ई-स्वास्थ्य, ई-शिक्षा, ई-बैंकिंग तथा अन्य सेवाएं उपलब्ध कराना है. उन्होंने कहा, 'अबतक बीएसएनएल क्रियान्वयन पर जोर दे रही थी, अब रखरखाव और सेवा आपूर्ति जैसी पहलुओं पर जोर है.'

सिन्हा के अनुसार राज्यों को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि भारत नेट के तहत नागरिक केंद्रित सेवाएं पारदर्शी तरीके से लोगों तक पहुंचे, उच्च गति वाली कनेक्टिविटी ढांचागत सुविधा का लाभ हो. मंत्री ने कहा, 'यह भी निर्णय किया गया है कि सरकार के वित्त पोषण से पुलिस स्टेशन, उच्च विद्यालयों तथा अन्य शैक्षणिक सस्थानों, डाकघरों तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भी नेटवर्क के दायरे में लाया जाएगा.'