घर बैठे पता कर सकते हैं आपका फोन हैक तो नहीं हुआ, ये हैं इससे बचने के TIPS
आप अपने फोन में जो भी एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं, उसे सुरक्षित प्लेटफार्म से ही डाउनलोड करें. सीधे किसी वेबसाइट से कभी कोई ऐप डाउनलोड न करें.
आज स्मार्टफोन (Smartphone) केवल एक फोन न होकर हमारी पूरी दुनिया हो गया है. हमारा सारा संसार 6 इंच के एक फोन (Mobile Phone) में सिमट आया है. सारे काम के डाक्यूमेंट से लेकर फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन तक फोन में होते हैं. अगर फोन 1 घंटा भी काम न करें तो बहुत से लोग बेचैन हो जाते हैं.
फोन की इसी जरूरत का फायदा कुछ साइबर हैकर्स (Cyber Hackers) भी उठा रहे हैं. वे फोन हैक करके लोगों की जानकारी जुटा लेते हैं और फिर उनकी प्राइवेट जानकारी से लेकर फाइनेंशियल डाटा तक का दुरुपयोग करते हैं.
साइबर एक्सपर्ट (Cyber Expert) पवन दुग्गल (Pavan Duggal) के मुताबिक, दुनिया में ऐसी कोई चीज नहीं है, जो हैक नहीं हो सकती है. इसलिए हमें यह भी मान लेना चाहिए कि हमारा फोन भी हैक हो सकता है. इसलिए फोन इस्तेमाल करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
बरतें सावधानी
आप अपने फोन में जो भी एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं, उसे सुरक्षित प्लेटफार्म से ही डाउनलोड करें. सीधे किसी वेबसाइट से कभी कोई ऐप डाउनलोड न करें. किसी भी ऐप (Apps) को डाउनलोड करने से पहले उसके सभी टर्म एंड कंडीशन को अच्छी तरह से पढ़ और समझ लेना चाहिए
एस (S) का मतलब सिक्योरिटी
आपको कोई चीज खरीदनी है या फिर कोई फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन करना है तो वह वेबसाइट https से शुरू होनी चाहिए. एस (S) का मतलब सिक्योरिटी से होता है. अगर आप अपना फाइनेंशियल डाटा, जैसे बैंक डिटेल, डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी बिना एस (S) वाली वेबसाइट पर डालते हैं तो यह डाटा महफूज नहीं होता है. इसका इस्तेमाल कोई और भी कर सकता है.
जागरुक रहें
साइबर सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरुक होना होगा और साइबर सुरक्षा को जीवन जीने की शैली जैसा अपनाना होगा. अनजान ऐप्स को कभी डाउनलोड न करें.
Spyware के हमले से बचें
आजकल कुछ मोबाइल Spyware आ गए हैं. हैकर्स आपके मोबाइल फोन पर मिस्ड कॉल करते हैं इससे एक Spyware आपके फोन के अंदर आ जाता है और एक्टिवेट हो जाता है. ये Spyware फोन के सारे डाटा को कॉपी करता है और उसे बाहर भेजता है. इसलिए आपको बहुत ज्यादा एतियात बरतने की जरूरत है.
ऐसे पहचानें हैकिंग को
फोन हैक होने पर अजीब सी हरकत करने लगता है. अपनेआप ही तमाम एप्लीकेशन खुलने लगती हैं. डाटा यूज बहुत ज्यादा बढ़ जाता है. खुद ही ऐप डाउनलोड होने लगते हैं. रोकने पर भी डाउनलोडिंग रुकेगी नहीं. फोन ज्यादा गर्म हो जाता है.
हैक हुए फोन में पॉपअप विज्ञापनों की बाढ़ सी आने लगती है. इंटरनेट पर सर्फिंग करते समय इतने विज्ञापन आपने फोन में दिखाई देने लगते हैं कि आप परेशान हो उठते हैं.
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हैक होने पर यह करें
अगर आपका फोन हैक हो रहा है तो आप उस फोन को इस्तेमाल न करें, किसी और फोन से अपना काम चलाएं. अपने फोन का बैकअप लेकर जरूर रख लें. अगर फोन हैक हुआ है तो उसे फोरमेट कर दें. फोन की फोरंसिक जांच करना अच्छा रहता है.
अगर आप अपने मोबाइल फोन को लगातार अपडेट करते रहेंगे तो आप लेटेस्ट पैकेज का इस्तेमाल करके हैकिंग से अपने फोन को बचा सकते हैं.