ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम: फर्जी बेवसाइट की करें पहचान, इनसे दूर रहने में ही है भलाई
विलियम शेक्सपीयर के नाटक की एक मशहूर लाइन है- 'हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती है', वैसे ही हर लुभावनी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट असली नहीं होती है. किसी भी अनजान शॉपिंग वेबसाइट से खरीदारी करने से पहले गूगल पर उसके बारे में सर्च कर लेना जरूरी है. अगर सर्च में कोई रिजल्ट नहीं आ रहा है या निगेटिव रिजल्ट हैं, तो ऐसी साइट से कभी भी शॉपिंग न कीजिए. ये साइट ग्राहकों को लुभाने के लिए बेहद कम कीमत पर बहुत बढ़िया प्रोडक्ट डिस्प्ले करती हैं. ताकि आप उनके झांसे में फंस जाएं.
विलियम शेक्सपीयर के नाटक की एक मशहूर लाइन है- 'हर चमकने वाली चीज सोना नहीं होती है', वैसे ही हर लुभावनी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट असली नहीं होती है. किसी भी अनजान शॉपिंग वेबसाइट से खरीदारी करने से पहले गूगल पर उसके बारे में सर्च कर लेना जरूरी है. अगर सर्च में कोई रिजल्ट नहीं आ रहा है या निगेटिव रिजल्ट हैं, तो ऐसी साइट से कभी भी शॉपिंग न कीजिए. ये साइट ग्राहकों को लुभाने के लिए बेहद कम कीमत पर बहुत बढ़िया प्रोडक्ट डिस्प्ले करती हैं. ताकि आप उनके झांसे में फंस जाएं.
ये साइट दो तरह से आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं. हो सकता है कि वे आपसे ऑनलाइन पेमेंट ले लें और प्रोडक्ट की डिलीवरी कभी न हो. दूसरा, वे आपके बैंक एकाउंट की डिटेल और दूसरे जरूरी डेटा की चोरी कर सकती हैं. ऐसी फर्जी वेबसाइट आमतौर पर फेसबुक और गूगल ऐड के जरिए आप तक पहुंच बनाती हैं.
फर्जी वेबसाइट की पहचान कैसे करें-
1. वेबसाइट का नाम सर्ज इंजन में टाइप कीजिए और रिजल्ट को गौर से देखिए. अगर सर्च इंजन में वेबसाइट ऊपर आ रही है और इसे लेकर किसी ने गलत कमेंट नहीं किया है, तो आप भरोसा कर सकते हैं.
2. वेबसाइट का कनेक्शन कितना सिक्योर है. ब्राउजर के एड्रेस बार में बेवसाइट का सिक्योरिटी स्टेटस देखिए. https पेज को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है. पेमेंट पेज तो https से ही शुरू होना चाहिए.
3. वेबसाइट कस्टमर स्पोर्ट कितना देती है. उसके about us सेक्शन में जाकर देखिए. कस्टमर केयर नंबर पर फोन कीजिए.
4. अगर डोमेन नेम में कई डैश या सिंबल हैं, डोमेन नेम दूसरी वेबसाइस से मिलते-जुलते हैं, डोमेन नेम का एक्सटेंशन .biz या .info है तो उनके बारे में गहरी जांच-पड़ताल करें.
5. वेबसाइट की डिजाइन, भाषा और व्याकरण को गौर से देखिए. इसमें कमी दिखने पर साइट से दूर रहिए.
6. अगर वेबसाइट में बहुत अधिक ऐड हैं तो उस पर संदेह करना चाहिए.
कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन
कई बार फर्जी दिखने वाली वेबसाइट के झांसे में हम कैश ऑन डिलीवरी ऑप्शन के चक्कर में फंस जाते हैं. जैसे मान लीजिए 40000 रुपये का कोई मोबाइल फोन 5000 रुपये में मिल रहा है और कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन है. ऐसे में कोई सोच सकता है कि ऑर्डर कर दो, अगर आ गया तो ठीक, नहीं आया तो कोई नुकसान नहीं. लेकिन हो सकता है कि ऑर्डर करने के दौरान ही आपका फोन हैक हो जाए या डेटा चोरी हो जाए. इसलिए संदिग्ध वेबसाइट से दूर रहना ही अच्छा है.