महंगे स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी ONEPLUS देश में इंजीनियरिंग पर बड़ा दांव खेल कर देश में नवाचार को बढ़ावा देना चाहती है. उसे उम्मीद है कि भारत में अगले तीन साल में उसका सबसे बड़ा शोध एवं विकास (आर एंड डी) केंद्र होगा. कंपनी ने हाल ही में हैदराबाद में अपना आरएंडडी केंद्र स्थापित किया है. उसकी शेन्जेन, ताइवान और अमेरिका में इसी तरह के केंद्र हैं. कंपनी की आरएंडडी टीम में करीब 700 लोगों काम कर रहे हैं.

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वैश्विक प्रतिभा केंद्र बनाने की तैयारी

वनप्लस के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पेटे लाऊ ने बताया, "हम भारत को कंपनी के लिये वैश्विक प्रतिभा केंद्र बनाना चाहते हैं. यह विचार एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण का हिस्सा है, हमें सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा को जोड़ेना है और उन्हें प्रशिक्षित करना है और लंबे समय तक उनके साथ काम करना है. हम उम्मीद करते हैं कि भारत तीन या उससे अधिक वर्षों में हमारा सबसे बड़ा आरएंडडी केंद्र होगा." 

आईआईटी से खोजेगी प्रतिभा

कंपनी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभा की खोज के लिये आईआईटी जैसे शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज के संपर्क में है. वर्तमान में हमारी भारत की आरएंडडी टीम में 100 लोगों हैं. लाऊ ने कहा, "हम कृत्रिम मेधा (एआई) जैसे सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करने पर ध्यान दे रहे हैं." हालांकि, उन्होंने यह बताने से इनकार किया भारत की आरएंडडी में कितने लोगों को और शामिल किया जाएगा.

शीर्ष पांच ब्रांड में वनप्लस

भारत, चीन और ब्रिटेन में जबरदस्त बिक्री के बल पर चीनी स्मार्टफोन निर्माता वनप्लस साल 2018 की दूसरी तिमाही में दुनिया भर के शीर्ष पांच प्रीमियम एंड्रॉयड ऑरिजिनल इक्विपमेंट मैनुफैक्चर्स (ओईएम्स) में शामिल हो गई. हॉन्गकॉन्ग की काउंटरप्वाइंट रिसर्च के 'मार्केट मॉनिटर क्यू2 2018' रिपोर्ट में यह बात कही गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2018 की दूसरी तिमाही में वनप्लस 400 डॉलर से 600 डॉलर खंड में सबसे तेजी बढ़ता ब्रांड रहा, जबकि इस अवधि में वैश्विक प्रीमियम स्मार्टफोन खंड के बाजार में सात फीसदी की तेजी दर्ज की गई, जबकि स्मार्टफोन के कुल बाजार में 1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. 

(इनपुट एजेंसी से)