Bharat GPS NAVIC In Smartphones And Automobiles: देश में टेक्नोलॉजी कितनी स्पीड से आगे बढ़ रही है ये तो सभी जानते हैं. इसे और आगे बढ़ाने के लिए अब देश के कई प्लेटफॉर्म्स पर Bharat के GPS NAVIC को जोड़ने की तैयारी की जा रही है. इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी (IT) राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि साल 2025 तक सरकारी की देश में GPS NAVIC सपोर्ट लाने की तैयारी है. यानी देश में जितने भी प्लेटफॉर्म होंगे, उनमें सभी में स्वदेशी GPS NAVIC सपोर्ट करने का प्रावधान लाया जाएगा. स्मार्टफोन हो या फिर ऑटोमोबाइल सभी में Bharat का GPS होगा. 

अगले 3 साल तक का है टार्गेट

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बता दें, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा कि सरकार का लक्ष्य अगले 3 साल में स्थानीय उत्पादन के जरिए देश की 70% तक IT हार्डवेयर आवश्यकता को पूरा करना और गैर-भरोसेमंद स्रोतों से आयात पर निर्भरता कम करना है.

चंद्रशेखर ने मीडियो से कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय दिन में उद्योग जगत के लोगों के साथ आईटी हार्डवेयर आयात नियमों का एक मसौदा साझा करेगा. मकसद गैर-भरोसेमंद स्रोतों से आपूर्ति पर निर्भरता को कम करना है.

सप्लाई चेन में भारतीय कम्पोनेंट बढ़ना जरूरी

मंत्री ने कहा, ‘‘ वर्तमान में डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए हमारी करीब 80% आपूर्ति आवश्यकता आयात से पूरी होती है. हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि जो भी स्रोत हैं, उन पर भरोसा किया जाए. विश्वास बढ़ाने के लिए सप्लाई चेन में भारतीय कम्पोनेंट बढ़ना जरूरी होगा. आज हमारी आपूर्ति आवश्यकता का 8-10% भारत से आता है, हम अगले तीन वर्षों में इसे 65-70% करना चाहते हैं.’’ 

डेल, एचपी और लेनोवो सहित कम से कम 40 कंपनियों ने योजना अवधि के दौरान 4.65 लाख करोड़ रुपये के पर्सनल कंप्यूटर, लैपटॉप, टैबलेट, सर्वर तथा अन्य उपकरण बनाने की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए आईटी हार्डवेयर में उत्पादन प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के लिए आवेदन किया है. अगर सभी कंपनियां योजना के तहत चयनित की जाती हैं तो सरकार को 17,000 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के मुकाबले प्रोत्साहन राशि को 22,890 करोड़ रुपये तक बढ़ाने की आवश्यकता होगी. 

मंत्री ने कहा कि वह दिन में उद्योग जगत के लोगों से मिलेंगे और प्रस्तावित आईटी हार्डवेयर आयात पाबंदी पर मसौदा नियम साझा करेंगे. चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘ आज हम उद्योग जगत के लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं और उनके साथ आयात प्रबंधन प्रणाली का एक मसौदा साझा कर रहे हैं. इसका मकसद उन स्रोतों से आयात पर उच्च निर्भरता से निपटना है जो पूरी तरह से विश्वसनीय नहीं हैं.’’

iPhone 15 Series में जुड़ा NavIC सपोर्ट

इसके अलावा, दूसरा मील का पत्थर यह है कि पहली बार आईफोन में भारत द्वारा डेवलप किया गया नेविगेशन सिसट्म ‘NavIC’ दिया गया है. इसके साथ उन्होंने बताया कि हाल ही में Accord Software and Systems Private Limited ने NavIC चिपसेट डिजाइन किया है, जिसे अब ऑटोमोबाइल्स के इन-बिल्ट नेविगेशन सिस्टम में शामिल किया जाएगा.

iPhone 15 Pro मॉडल्स में दिया गया है NavIC सपोर्ट

बता दें, Apple कंपनी ने iPhone 15 Pro और iPhone 15 Pro Max स्मार्टफोन को NavIC सपोर्ट के साथ लॉन्च किया गया है. बता दें, NavIC भारत का अपना नेविगेशन सिस्टम है, जो कि अमेरिका के जीपीएस और रूस के Glonass जैसा ही है. इस सिस्टम को ISRO द्वारा डेवलप किया गया है. NavIC में 8 सैटेलाइट्स शामिल हैं, जो कि भारत और भारत से 1500 किलोममीटर दूर तक नेविगेशन प्रोवाइड करता है. एप्पल ने पहली बार अपने आईफोन में NavIC सपोर्ट पेश किया है.

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