Incognito में सर्च करना है कितना सेफ? जान लें क्या बिल्कुल सेव नहीं होता है आपकी प्राइवेट ब्राउजिंग का डेटा
इंकॉग्निटो मोड पर विजिट करने के बाद हिस्ट्री सेव नहीं होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्राइवेट ब्राउजिंग आपके लिए कितनी सेफ है.
Incognito Mode:इंकॉग्निटो मोड एक तरह का सेफ्टी फीचर है जो लगभग सारे ब्राउजर में मौजूद होता है. जो लोग लैपटॉप और स्मार्टफोन पर इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो Incognito mode के बारे में जरूर जानते होंगे. इसका इस्तेमाल तब होता है जब हमें कुछ प्राइवेट चीजें सर्च करनी होती है. लेकिन क्या इंकॉग्निटो मोड हमारे लिए सेफ है? चलिए जान लेते हैं ये इंकॉग्निटो मोड कितना सेफ है और क्या वाकई में फोन की हिस्ट्री, कुकीज और रिकॉर्ड सेव नहीं होते हैं.
Incognito Mode क्या है?
इंकॉग्निटो मोड माइक्रोसॉफ्ट एज में प्राइवेट मोड और सफारी में प्राइवेट ब्राउजिंग के नाम से जाना जाता है. दरअसल, जब हमें कोई प्राइवेट चीज सर्च करनी होती है तो उसके लिए हम इंकॉग्निटो मोड का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि इसमें फोन की हिस्ट्री और रिकॉर्ड सेव नहीं होते हैं, इसलिए प्राइवेट सर्च के लिए ज्यादातर लोग इसका यूज करते हैं.
इंकॉग्निटो कुकीज को नहीं करता सेव
प्राइवेट ब्राउजिंग मोड में कुछ भी सर्च करते हैं तो आपका ब्राउजर वेबसाइट्स की हिस्ट्री डिटेल अपने पास नहीं रखता है. इंकॉग्निटो मोड में कूकीज को भी सेव नहीं किया जाता है यहां तक की आपके द्वारा विजिट की गयी वेबसाइट की हिस्ट्री तक सेव नहीं होती है.
इंकॉग्निटो मोड कितना सेफ
इंकॉग्निटो मोड का इस्तेमाल पूरी तरह से प्राइवेट नहीं है, लेकिन इसका यूज करने पर आपके डिवाइस का इस्तेमाल करने वाला कोई भी व्यक्ति आपका सर्च हिस्ट्री नहीं देख पाएगा. बता दें कि आपका ब्रॉडबैंड प्रोवाइडर आपके द्वारा ऑनलाइन किए जाने वाले कामों का भी रिकॉर्ड रखेगा साथ ही बता दें कि अगर आप इंकॉग्निटो मोड में होते हैं और Twitter जैसी वेबसाइट में लॉग इन करते हैं, तो आप गुमनाम नहीं रहेंगे, साइट आपके डाटा को अन्य वेबसाइट के साथ भी शेयर कर सकती है.