3 साल में 3 गुना हुई ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री, 'Spotify' देगी भारत में दस्तक
ऑडियो स्ट्रीम से आय 2017 की तुलना में तीन गुना होकर 220 करोड़ रुपये हो गई है. यह संख्या इस ओर इशारा करती है कि कैसे भारतीय संगीत को डिजिटली उपयोग करना शुरू कर रहे हैं.
भारत में डिजिटल इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है. आम जीवन की बात हो या फिर उद्योग-धंधा, सभी क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो रहा है. इससे कारोबार के नए रास्ते भी खुल रहे हैं. अब बात भारत के संगीत उद्योग की करें तो ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री इस तेजी से बढ़ रही है कि तीन साल के अंदर यह तीन गुना हो चुकी है. बेहतर कारोबार की संभावनाओं को देखते हुए तमाम दिग्गज कंपनियां भारत के ऑनलाइन बाजार में दस्तक दे रही हैं.
जानी-मानी ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म 'स्पॉटिफाई' ने भारतीय बाजार में कदम रखने की घोषणा की है. स्पॉटिफाई का मुकाबला भारतीय बाजार में जियो सावन, अमेजन म्यूजिक और गाना जैसे प्लेटफॉर्मों से होगा.
स्वीडन की कंपनी स्पॉटिफाई ने कहा कि वह ऐप के माध्यम से भारतीय संगीत प्रेमियों को स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगीत की पेशकश करेगा. यह ऐप मुफ्त होगा. उपयोगकर्ता 59 रुपये प्रति महीने खर्च करके स्पॉटिफाई प्रीमियम का लाभ उठा सकते हैं.
स्पॉटिफाई के प्रबंध निदेशक अमरजीत सिंह बत्रा ने कहा कि आईएमआई और आईएफपीआई की 2018 की रिपोर्ट के कहा गया कि औसतन एक इंटरनेट उपयोगकर्ता हर हफ्ते संगीत सुनने में 21.5 घंटे खर्च करता है.
इसी रिपोर्ट में यह भी कहा कि ऑडियो स्ट्रीम से आय 2017 की तुलना में तीन गुना होकर 220 करोड़ रुपये हो गई है. यह संख्या इस ओर इशारा करती है कि कैसे भारतीय संगीत को डिजिटली उपयोग करना शुरू कर रहे हैं.
बत्रा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर संगीत के लिए भुगतान करने वालों की संख्या कम है. हालांकि, आंकड़े यह दर्शाते हैं कि निश्चित रूप से उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है.