कोरोना के संक्रमण (Coronavirus) से बचने का सबसे कारगर तरीका है एक-दूसरे से दूरी बनाकर रखना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) लोगों से लगातार सोशल डिस्टेंशिंग (Social distancing) की अपील कर रहे हैं. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां कोरोना के मरीजों (Covid-19 patients) का इलाज करने वाले डॉक्टर और नर्स, खुद इस संक्रमण की चपेट में आ गए. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हॉस्पिटलों में दूरी बनाकर तो मरीज का इलाज या देखभाल नहीं की जा सकती है. इसके लिए बार-बार मरीज के पास जाना पड़ता है. लेकिन इस समस्या का समाधान दिल्ली के तीन स्टूडेंट ने खोज लिया है. इन स्टूडेंट ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है जो कोरोना के मरीजों की देखभाल करेगा.

रोबोट मरीजों को समय पर दवा और खाना-पीना पहुंचाने का काम करेगा. इससे डॉक्टर या नर्स और रोगी के बीच दूरी बनी रहेगी और उनको संक्रमण की चपेट में आने का खतरा भी नहीं रहेगा. 

दिल्ली के निशांत चांदना, सौरव महेश्कर और आदित्य दुबे ने इस रोबोट को मिलकर तैयार किया है. ये तीनों 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्र हैं. इन स्टूडेंट्स ने इस रोबोट को पृथ्वी (Prithvi) नाम दिया है.

निशांत चांदना ने बताया कि देश में 50 से भी अधिक ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिनमें मरीजों का इलाज करने के दौरान डॉक्टर या नर्स या अन्य स्टाफ संक्रमण की चपेट में आए हैं. 

उन्होंने बताया कि 'पृथ्वी'  अस्पतालों में कोरोना के मरीजों को दवा और खाना-पीना देने का काम करेगा. इसे रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है और रोबोट के रिमोट को स्मार्टफोन में डाउनलोड कर सकते हैं. इस रोबोट में एक स्मार्ट टैबलेट (tablet) भी जोड़ा जा सकता है जो मरीज और डॉक्टर के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (video conferencing) के जरिए बातचीत भी कराने में मददगार होगा.      

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

                      

निशांत चांदना ने बताया कि वे इसमें अभी और फीचर भी जोड़ने का काम कर रहे हैं. वे इसमें एक टेंपरेचर गन भी लगाने जा रहे हैं, जिसकी मदद से मरीज खुद ही अपने टेंपरेचर (temperature) की जांच कर सकता है.