Cyber Attack: भारत में साइबर अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. चेक प्वाइंट रिसर्च की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 की पहली तिमाही में संस्थाओं को औसतन 2108 साप्ताहिक हमलों का सामना करना पड़ा. एक साल पहले की तुलना में यह 18 फीसदी ज्यादा है. ग्लोबली भी ऐसे मामले तेजी से बढ़े हैं. वैश्विक स्तर पर हर संस्था ने हर हफ्ते औसतन 1248 अटैक का सामना किया है. 2022 की समान तिमाही के मुकाबले यह 7 फीसदी अधिक है. रिपोर्ट में कहा गया कि साइबर अपराधी ‘कोड’ बनाने के लिए ‘ChatGPT’ जैसे वैध माध्यम का दुरुपयोग कर रहे हैं. 

एजुकेशन और रिसर्च सेंटर पर सबसे ज्यादा निशाना

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साइबर अटैकर्स ने एजुकेशन और रिसर्च सेंटर को सबसे ज्यादा निशाना बनाया है. रीटेल और होलसेल सेक्टर में सालाना आधार पर साइबर अटैक में सबसे ज्यादा 49 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. इन सेक्टर्स ने साप्ताहिक आधार पर 1079 साइबर अटैक का सामना किया है.

31 में एक संस्थान ने रैंसमवेयर अटैक फेस किया

इस रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबली 31 में एक ऑर्गनाइजेशन ने हफ्ते में कम से कम एकबार रैंसमवेयर अटैक का सामना किया. रैंसमवेयर अटैक का प्रमुख निशाना गवर्नमेंट और मिलिट्री सेक्टर रहता है. उसके बाद बैंकिंग और फाइनेंस सेक्टर पर सबसे ज्यादा अटैक किए गए. सालाना आधार पर इसमें 32 फीसदी का उछाल आया है.

एशिया पेसिफिक रिजन में साइबर अटैक बढ़े

APAC यानी एशिया पेसिफिक रिजन में साइबर अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं. ऑर्गनाइजेशन पर होने वाले साइबर अटैक में सालाना आधार पर 16 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया. हर संस्थान ने साप्ताहिक आधार पर औसतन 1835 अटैक का सामना किया. उसके बाद नॉर्थ अमेरिका रिजन में 9 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया. साप्ताहिक आधार पर ऑर्गनाइजेशन ने औसतन 950 अटैक का सामना किया.

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