WhatsApp Close App: मोस्ट पॉपुलर मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप पर काफी लोग भरोसा करते हैं और हो भी क्यों ना. क्योंकि वॉट्सऐप ने सिक्योरिटी के तौर पर यूजर्स का काफी ख्याल रखा है. लेकिन इसका एक अल्टरनेटिव ऐप है, जिसे काफी लोगों ने डाउनलोड कर रखा है. इस ऐप्स में ओरिजिनल वॉट्सऐप से ज्यादा फीचर्स दिए गए हैं. यहीं वजह है कि लोग इसका जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. अगर आप भी उन्ही में से एक हैं, जो वॉट्सऐप के अल्टरनेटिव वर्जन का यूज कर रहे हैं, तो सावधान हो जाइए. 

मैलवेयर हुआ स्पॉट

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साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट Kaspersky की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह से ऐप्स में यूजर्स की प्राइवेसी का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रखा जाता है. उनके डेटा चोरी होने का डर रहता है. रिपोर्ट में बताया गया है कि YoWhatsApp के 2.22.11.75 वर्जन में एक मैलवेयर स्पॉट हुआ है, जो कि यूजर के डिवाइस में मैलवेयर (Malware) को एक्टिव कर देता है. 

इन बातों का रखें ख्याल

बता दें इन्हीं वजहों के चलते WhatsApp की डीटेल्स चोरी कर लेता है. इसका इस्तेमाल करके साइबर क्रिमिनल्स बिना ऐप के भी यूजर के वॉट्सऐप अकाउंट को यूज कर सकते हैं. 

WhatsApp के Modded वर्जन से रहें सावधान!

बता दें, YoWhatsApp एक फुली वर्जन मैसेंजर है. इस ओरिजिनल वॉट्सऐप के मुकाबले कई सारे फीचर्स, कस्टमाइजेशन के ऑप्शंस मिलते हैं. इसकी के चलते ओरिजिनल वॉट्सऐप के मुकाबले कॉपी वॉट्सऐप में यूजर्स को ज्यादा मजा आता है. जिस तरह से ओरिजिनल वॉट्सऐप में वेरिफिकेशन की डिमांड होती है. ठीक कॉपी वॉट्सऐप में भी आपके पूछा जाता है. 

रिपोर्ट में बताया गया है कि ये परमिशन Triada Trojan और इस तरह से मैलवेयर को भी ग्रांट कर देता है. इससे से मैलवेयर बिना यूजर्स की मंजूरी के पेड सब्सक्रिप्शन को ऐड कर देता है. इन ऐप्स को थर्ड पार्टी ऐप के जरिए प्रमोट करवाकर यूजर के डिवाइस में इंस्टॉल करवाया जाता है. हाल ही में साइबर सिक्योरिटी फर्म ESET ने लेटेस्ट रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में बताया गया कि वॉट्सऐप का क्लोन थर्ड पार्टी अनऑफिशियल ऐप GB WhatsApp भारतीय यूजर्स की जासूसी कर रहा है.