PhonePe Pincode App: वॉलमार्ट की स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी PhonePe भी अब लोकल कॉमर्स की दुनिया में प्रवेश कर लिया है. कंपनी ने मंगलवार को अपना नया कंज्यूमर ऐप Pincode App लॉन्च किया है. यह सरकार के ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स प्लेटफॉर्म (ONDC) पर आधारित है. कंपनी ने कहा कि ऐप हाइपरलोकल कॉमर्स पर केंद्रित होगा और अब गूगल प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है. हालांकि Pincode वर्तमान में केवल बेंगलुरु में ग्राहकों के लिए लाइव है और बहुत जल्द अन्य शहरों में लॉन्च होगा.

10,000 ट्रांजैक्शन पहुंचने के बाद दूसरे शहरों में होगी लॉन्चिंग

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PhonePe के फाउंडर और CEO समीर निगम ने कहा कि पिनकोड अभी बेंगलुरु के लोगों के लिए लॉन्च किया गया है, जब ऐप पर हर दिन 10,000 ट्रांजैक्शन होने लगेंगे, तब इसे दूसरे शहरों में लॉन्च किया जाएगा. उन्होंने कहा कि "PhonePe एक नया शॉपिंग ऐप लॉन्च कर रहा है. पिनकोड अभी बेंगलुरु से शुरू होगा. हम इसे शहर-दर-शहर लागू करेंगे. अभी हम पहले 10,000 ट्रांजैक्शन का वॉल्यूम देखेंगे, उसके बाद अगले शहर में इसकी लॉन्चिंग होगी. हम अनुमान लगा रहे हैं कि दिसंबर तक शहर में एक दिन में 10,000 ट्रांजैक्शन दर्ज होने लगेंगे."

उन्होंने कहा कि पिछले सात सालों में फोनपे की ओर से यह दूसरा कंज्यूमर ऐप लॉन्च किया गया है. कस्टमर्स की उम्मीदें अलग होंगी, इसलिए अलग ऐप लॉन्च किया गया है. अभी यह ऐप बेंगलुरु में ग्रोसरी, फूड, फार्मा, इलेक्ट्रॉनिक्स और होम डेकोर के सेक्शन के साथ पायलट प्रोजेक्ट पर लॉन्च होगा. जो भी रिटेलर्स सरकार समर्थित ONDC पर अवेलेबल हैं, वो इस ऐप को जॉइन कर सकते हैं.

फोनपे ने कहा कि ओएनडीसी एक नए हाइपरलोकल ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल के तेजी से विकास को बढ़ावा दे सकता है. स्थानीय खरीदारों और विक्रेताओं के अलावा, इस तरह के मॉडल से लास्ट माइल लॉजिस्टिक्स और इन्वेंट्री मैनेजमेंट प्लेयर्स जैसे अन्य इकोसिस्टम प्रतिभागियों को भी लाभ होगा. समीर निगम ने कहा, "पिनकोड ओएनडीसी नेटवर्क पर बनाया गया है, जो हमें विभिन्न विक्रेता प्लेटफॉर्मो द्वारा डिजिटाइज किए गए व्यापारियों की मांग को समावेशी तरीके से उत्पन्न करने की अनुमति देता है, जबकि विकास के लिए नए अवसर पैदा करता है और बड़े पैमाने पर नवाचार करता है."

ई-कॉमर्स बिजनेस मॉडल को मिलेगा बढ़ावा

Infosys के अध्यक्ष और सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने इस मौके पर कहा कि सरकार का ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) प्लेटफॉर्म भारत में लाखों छोटे खुदरा विक्रेताओं के लिए ई-कॉमर्स का लोकतंत्रीकरण करेगा, जिससे अधिक डेडिकेटेड डिस्ट्रीब्यूशन और रसद कंपनियों के लिए नए रास्ते बनेंगे. उनके अनुसार, ओएनडीसी कुछ कंपनियों तक सीमित नहीं होगा, बल्कि भारत में हर कोई (एक छोटा किराना स्टोर, एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर या एक रेस्तरां मालिक) ऐसे लाखों लोग ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस और खरीदार किसी भी कंज्यूमर ऐप से आएंगे. नीलेकणि ने फोनपे लॉन्च इवेंट के दौरान कहा, "आज, भारत ने लगभग सात-आठ वर्षो में आधार, यूपीआई, क्यूआर कोड और अन्य घरेलू तकनीकों के साथ वित्तीय समावेशन हासिल किया है. अगला कदम एक मजबूत डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा बनाने के लिए लाखों छोटे खुदरा विक्रेताओं को ओएनडीसी के साथ ई-कॉमर्स की मुख्यधारा से जोड़ना है." नीलेकणि ने कहा कि सरकार ई-कॉमर्स को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उसका लोकतंत्रीकरण करने जा रही है.

(एजेंसीज़ से इनपुट के साथ)

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