Earthquake Alert: पिछले दिनों दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में बड़ी तीव्रता के भूकंप ने सबको हिला दिया था. रात में करीब 2 बजे के आसपास आए इस भूकंप ने रात में बहुत लोगों की नींद उड़ा दी थी. 6.3 की तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र नेपाल में था. भूकंप की सिचुएशन में अगर आपका फोन कुछ देर पहले आपको अलर्ट दे दे, तो कितना अच्छा हो. और ऐसा बिल्कुल मुमकिन है. Google ने इसके लिए एक खास ऐप बनाया है. अभी कुछ दिनों पहले यूएस के सैन फ्रांसिस्को में भूकंप आया था, जिसके बाद गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने एक ट्वीट किया था, जिसके बाद इसकी काफी चर्चा हुई है. 

Google का ShakeAlert ऐप देता है अलर्ट

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दरअसल, गूगल का एक खास ऐप है ShakeAlert. यह अर्थक्वेक अर्ली वॉर्निंग सिस्टम पर काम करता है. यह ऐप ऐसे प्रोग्राम किया गया है कि यह ठीक-ठाक तीव्रता पर आने वाले भूकंप से ठीक पहले आपके फोन पर अलर्ट भेज सकता है कि भूकंप आने वाला है और आप कितने मैग्नीट्यूड के झटके महसूस कर सकते हैं. इससे आपको कुछ सेकेंड ही, लेकिन खुद को सुरक्षित करने का वक्त मिल जाएगा. यह ऐप दरअसल, भूकंप की भविष्यवाणी नहीं करता, बल्कि आपको बताता है कि धरती में कंपन हो रहा है और भूकंप आने वाला है.

ShakeAlert ऐप कैसे काम करता है?

Google ने इस ऐप को एंड्रॉयड फोन के लिए अगस्त, 2020 में लॉन्च किया था. कंपनी इसे तैयार करने के लिए United States Geological Survey (USGS) और कैलिफोर्निया गवर्नर के इमरजेंसी सर्विसेज़ ऑफिस (Cal OES) के साथ पार्टनरशिप की है. इस ऐप को ऐसे तैयार किया गया है कि कैलिफोर्निया के आसपास भूकंप के कंपन शुरू होने पर यहां एंड्रॉयड डिवाइस पर सीधे यह ऐप अलर्ट भेज देगा.

गूगल के इंजीनियर डेव बर्क ने एक ट्वीट में दिखाया था कि भूकंप के दौरान कैसे इलाके में लोगों को अलर्ट भेजा गया है, उसकी मैपिंग की जा सकती है.

इस ऐप को कई बड़े सीस्मोलॉजिस्ट यानी भूकंपविज्ञानियों ने मिलकर तैयार किया है. यह USGS, Cal OES, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले, कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की ओर से इंस्टॉल किए गए 700 से ज्यादा सीस्मोमीटर्स का इस्तेमाल करता है. फिलहाल इस ऐप को और ज्यादा बड़े लेवल पर लॉन्च करने के लिए काम चल रहा है.

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