Apple Update: एप्पल इस साल सितंबर के महीने में अपनी आईफोन 14 सीरीज (iPhone 14 Series) पेश करने जा रहा है. लेकिन खास बात ये है कि एप्पल ने आईफोन 14 का प्रोडक्शन भारत में शुरू किया है. कंपनी का ये फैसला चीन और अमेरिका में बढ़ते तनाव की वजह से लिया गया है. कंपनी का कहना है कि चीन में प्रोडक्ट लॉन्च होने के 2 महीने बाद ही आईफोन 14 सीरीज को भारत में लॉन्च किया जाएगा. फिलहाल कंपनी भारत में इसकी मैनुफैक्चरिंग के लिए सप्लायर्स के साथ काम कर रही है. वहीं कंपनी का कहना है कि आईफोन के लॉन्च में हमेशा से 6 से 9 महीने लग जाते हैं, इसके प्रोडक्शन में भी वो धीरे-धीरे तेजी लाएगा.

भारत में शुरू हुआ iPhone 14 का प्रोडक्शन

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बता दें एप्पल की डिमांड देश में दिन पर दिन बढ़ती जा रही है, जिसका यूजर बेस भारत में काफी स्ट्रॉन्ग है. कंपनी ने सबसे पहले चीन में अपने नए iPhone बनाना शुरू किया था. मगर इस बार इसमें कुछ बदलाव किया है. जाने माने ऐनलिस्ट Ming-Chi Kuo ने कुछ समय पहले ट्वीट के जरिए बताया था कि कंपनी इस बार iPhone 14 के लिए Made-in-China मॉडल के साथ-साथ Made-in-India मॉडल का भी प्रोडक्शन शुरू करेगी. आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ खास डीटेल.

इसके अलावा, ऐसी चर्चा है कि इस बार सीरीज में आईफोन मिनी मॉडल नहीं होगा. आईफोन में इस बार 6.1-इंच वाली स्टैन्डर्ड स्क्रीन मिलेगी, साथ ही iPhone 14 Max स्मार्टफोन में एक 6.7-इंच की बड़ी स्क्रीन मिल सकती है. इसके अलावा सीरीज में iPhone Pro की भी 6.1-इंच वाली स्टैन्डर्ड स्क्रीन और एक बड़ी स्क्रीन (6.7-इंच) वाला iPhone 14 Pro Max शामिल होगा. आइए जानते हैं इस बार आपको मेड इन आईफोन मिलेगा या फिर मेड इन चीन. 

Made-in-China और Made-in-India iPhone 14

Ming-Chi Kuo ने एक ट्वीट किया था, जिसके जरिए पता लगा कि उनका लेटेस्ट सर्वे की ओर इशारा है. उन्होंने बताया कि इस साल के दूसरे क्वाटर में Foxconn की देश में मौजूद आईफोन प्रोडक्शन साइट 6.1-इंच स्क्रीन वाले नए iPhone 14 को लगभग चीन के साथ ही शिप करेगी. ऐसा पहली बार होगा, क्योंकि अब तक भारत लेटेस्ट आईफोन को शिप करने में एक क्वार्टर या इससे भी ज्यादा पीछे होता था. इसका मतलब है कि ग्लोबल स्टेज पर एक साथ Made-in-China iPhone 14 और Made-in-India iPhone 14 नजर आएंगे.

Kuo आगे कहते हैं, 'शॉर्ट टर्म में, भारत की आईफोन क्षमता/शिपमेंट में अभी भी चीन के साथ काफी अंतर है, लेकिन गैर-चीनी आईफोन उत्पादन साइट बनाने में ऐप्पल के लिए यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.'

इनके मुताबिक, एप्पल सप्लाई पर जियो-पॉलिटिकल इम्पैक्ट को कम करना चाहता है और इसके लिए यह भारत को एक अगले ग्रोथ ड्राइवर की तरह देखता है.