Apple E ink: आईफोन की स्क्रीन में इंक इफेक्ट? जानिए कैसी दिखेगी इलेक्ट्रॉनिक पेपर डिस्प्ले
Apple E ink: ऐनलिस्ट Ming-Chi Kuo के मुताबिक, एप्पल अपने फोल्डेबल डिवाइस के लिए E ink की कलर स्क्रीन टेस्ट कर रहा है. उन्होंने आगे लिखा कि, 'फोल्डेबल डिवाइस में एक कवर स्क्रीन या सेकंड स्क्रीन का होना जरूरी है.'
Apple E ink: एप्पल को फोल्डेबल फोन का लोग काफी समय से इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में खबर ये है कि एप्पल अपनी इस डिवाइस को जल्द लेकर आएगा. साथ ही एप्पल की इस डिवाइस में E ink की कलर डिस्प्ले मौजूद हो सकती है, जो सेकंड स्क्रीन का काम करेगी. आइए जानते हैं कैसी होगी E ink डिस्प्ले और क्या होगा खास.
ऐनलिस्ट Ming-Chi Kuo के मुताबिक, एप्पल अपने फोल्डेबल डिवाइस के लिए E ink की कलर स्क्रीन टेस्ट कर रहा है. Kuo ने एक ट्वीट में लिखा कि फोल्डेबल डिवाइस में एक कवर स्क्रीन या सेकंड स्क्रीन का होना जरूरी है और कलर EPD (Electronic Paper Display) में यह क्षमता है कि यह इस काम को पूरा कर सके, क्योंकि यह बहुत कम पावर खर्च करती है. आप इस ट्वीट को नीचे सकते हैं.
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Apple के फोल्डेबल डिवाइस में हो सकती है E ink कलर स्क्रीन
दुनिया भर में मोनोक्रोम E-ink स्क्रीन को कई कंपनियां अपने टैबलेट में इस्तेमाल करती हैं. अमेजन भी अपने किंडल डिवाइस में E ink स्क्रीन इस्तेमाल करता है. हाल ही में एक नई ई-इंक तकनीक — E-ink Gallery 3 — का भी अनाउंसमेंट हुआ है, जो हाई रेजलूशन पर ज्यादा कलर प्रडूस कर सकती है. इसका रिफ्रेश रेट भी पहले भी ज्यादा है.
9-इंच की मिल सकती है फोल्ड स्क्रीन
लंबे वक्त से ऐसी खबरें आ रही हैं कि एप्पल एक फोल्डेबल पर काम कर रहा है. इसी साल अप्रैल में Ming-Chi Kuo ने कहा था कि एप्पल का यह नया डिवाइस 2025 तक आ सकता है. इस डिवाइस में 9-इंच की फोल्ड होने वाली स्क्रीन मिल सकती है.
Ming-Chi Kuo की नई रिपोर्ट यह नहीं बताती है कि एप्पल इस E ink स्क्रीन को 9-इंच वाले फोल्डेबल डिवाइस में इस्तेमाल करेगा या फिर यह 20-इंच वाले फोल्डेबल डिवाइस में देखने को मिलेगी.
सैमसंग अब तक कई सारे फोल्डेबल डिवाइस पेश कर चुका है, लेकिन Apple के लिए यह पहला फोल्डेबल डिवाइस होगा. मगर एप्पल के पास टैबलेट बनाने का लंबा एक्सपिरियन्स है इसके iPadOS (टैबलेट ऑपरेटिंग सिस्टम) में भी पॉपुलर थर्ड-पार्टी ऐप्स का पूरा सपोर्ट है. इस वजह से फोल्डेबल डिवाइस के इंटरफेस और ऐप सपोर्ट के मामले में एप्पल को शायद दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.