हम लगभग हर काम के लिए स्मार्टफोन पर निर्भर हैं. हमारी कई सारी पर्सनल और प्रोफेशनल डिटेल्स इसमें सेव होती हैं. ऐसे में ठग अब नए-नए तरीकों से यूजर्स को निशाना बना रहे हैं. McAfee के अनुसार एंड्रॉयड यूजर्स को BRATA नाम के वायरस से सावधान रहने की जरूरत है. ये वायरस आपकी कई निजी जानकारी को चुरा कर गलत हाथों में पहुंचाता है और आपके फोन का सारा डेटा भी डिलीट कर देता है जिसे शायद आप वापस हासिल न कर पाएं. इसके अलावा  कंप्यूटर सिक्योरिटी फर्म क्लीफी (cleafy) की नई सिक्योरिटी रिसर्च के मुताबिक इसका एक नया वेरिएंट भी सर्क्यूलेट हो रहा है.

VIRUS से रहें सावधान 

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BRATA  यानि कि Brazilian Remote Access Tool Android एक एंड्रॉयड मालवेयर है जिसने शुरुआत में ब्राजील में कई यूजर्स को निशाना बनाया और अब यह बाकि हिस्सों में भी देखने में आ रहा है. ये एंड्रॉयड मोबाइल में अपनी जगह बना कर न सिर्फ आपकी बैंक डिटेल्स चोरी करता है बल्कि सारा डेटा factory reset कर फोन खाली कर देता है. कंप्यूटर सिक्योरिटी फर्म CLEAFY की नई सिक्योरिटी रिसर्च के मुताबिक इस मैलवेयर का एक नया वेरिएंट आखिरी साल दिसंबर से सर्क्यूलेट हो रहा है.

 

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BRATA के वेरीएंट 

रिपोर्ट्स के मुताबिक इस वायरस के तीन प्रमुख वेरीएंट पाए गए हैं. जिनमें से BRATA.A जो कि पिछले कुछ महीनों से इस्तेमाल किया जा रहा है. ये एक जीपीएस ट्रैकिंग वायरस है. जो कि फोन को फैक्ट्री रिसेट भी कर देता है. इसके अलावा BRATA.B भी इसी वायरस का एक और एडवांस्ड वेरीएंट है जिसके द्वारा कई सारी बैंक डिटेल्स निकालना आसान हो जाता है. इसी मैलवेयर का तीसरा वेरीएंट है BRATA.C ये स्मार्टफोन डिप्लॉइ करने के काम में लिया जा रहा है. ये वेरीएंट दूसरे ऐप को इनस्टॉल करता है और मैलवेयर पहले ऐप का यूज करता है जिसे यूजर ने डाउनलोड किया होता है. आपको बता दें कि फिलहाल ये वायरस ब्राजील, यूके, पोलैंड, इटली स्पेन, चीन और लैटिन अमेरिका में ऐक्टिव है. BRATA जैसे और भी कई सारे ऐसे वायरस भी हैं जो भारत में ऐक्टिव हैं. इसलिए इसने सावधानी बरती जाना बेहद आवश्यक है. अनजान और थर्डपार्टी ऐप्स को डाउनलोड करते समय विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है.