किसी भी राष्ट्र के विकास में कृषि का योगदान अहम होता है. भारत में भी एक बड़ी आबादी कृषि पर आधारित है. भारत सरकार किसानों की दशा सुधारने और उनकी आमदनी को 2022 तक दोगुना करने के लिए लगातार कदम उठा रही है. इसी क्रम में कृषि पौद्योगिकी कंपनी क्रॉपइन (CropIn) ने कृषि और किसानों की दशा और दिशा बदलने के लिए तकनीकी पर जोर दिया है. क्रॉपइन का कहना है कि आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस या एआई और सैटेलाइट आधारित तकनीक अपना कर न केवल कृषि में आ रही परेशानियों को दूर किया जा सकता है, बल्कि इससे देश में कृषि उत्पादन बढ़ाने तथा किसानों की आमदनी में इजाफा करने में भी मदद मिलेगी.

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क्रॉपइन ने खेती-किसानी में स्मार्ट तकनीक अपनाने पर जोर देते हुए स्मार्ट रिस्क और स्मार्ट फार्म प्रोग्राम लॉन्च किए.

स्मार्ट फार्म के तहत एक नया ऐप लॉन्च किया गया है. SmartFarm ऐप डेस्कटॉप और एंड्रॉयड, दोनों पर उपलब्ध है. स्मार्टफार्म पूरी तरह से कृषि प्रबंधन समाधान (फार्म मैनेजमेंट सॉल्यूशन) है जो फसल–पूर्व कृषि प्रक्रियाओं पर नज़र रखता है.

SmartFarm ऐप मौसम संबंधी जानकारी देता है और उपग्रह से मिली तस्वीरों की स्टडी कर मौसम की हलचल के बारे में किसानों को बताता है. इस ऐप में क्रॉपइन ने मौसम की सटीक भविष्यवाणी के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) और मशीन लर्निंग का प्रयोग किया है.

स्मार्टफार्म को कृषि मूल्य श्रृंखला में कई संगठनों– कृषि कंपनियों, कृषि इनपुट देने वाली कंपनियों, और बीज उत्पादन करने वाली कंपनियों से लेकर फसल बीमा प्रदाताओं एवं सरकारों द्वारा मान्यता प्रदान की गई है. क्रॉपइन के डिजिटल प्लेटफॉर्म खेतों से रीयल-टाइम अलर्ट जुटाने में सक्षम है.