अगर आप नया सिम लेने जा रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. केंद्र सरकार ने दूरसंचार कंपनियों को मौजूदा मोबाइल फोन ग्राहकों और नए कनेक्शन देने के लिए आधार ई-केवाईसी सत्यापन (Verification) बंद करने को कहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन को लेकर सरकार ने शुक्रवार को यह निर्देश जारी किया. शीर्ष अदालत ने कानूनी प्रावधान के अभाव में पिछले महीने महत्वपूर्ण फैसले में निजी इकाइयों द्वारा आधार का उपयोग बंद करने को कहा था.

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डॉट ने जारी किया सर्कुलर

कोर्ट के आदेश के अनुपालन को दूरसंचार विभाग (DoT) ने दूरसंचार कंपनियों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश (Circular) जारी किया है. इसमें कंपनियों से विशिष्ट पहचान संख्या (आधार) के जरिए इलेक्‍ट्रॉनिक रूप से अपने ग्राहक को जानो (ई-केवाईसी) का इस्तेमाल करने पर रोक लगाने को कहा गया है. साथ ही अनुपालन रिपोर्ट 5 नवंबर तक देने को कहा है.

ग्राहक खुद दे आधार तो गुरेज नहीं

दूरसंचार विभाग ने 3 पन्नों के परिपत्र में कहा कि मौजूदा ग्राहकों के सत्यापन के साथ-साथ नया सिम कनेक्शन देने के लिये आधार ई-केवाईसी का उपयोग नहीं किया जा सकता. हालांकि, विभाग ने कहा है कि अगर ग्राहक नए कनेक्शन के लिये स्वेच्छा से आधार देता तो इसे दस्तावेज के रूप में उपयोग किया जा सकता है. यानी इसका उपयोग आफलाइन किया जा सकता है.

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर खत्‍म हुई बाध्‍यता

दूरसंचार विभाग ने परिपत्र में कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय के आदेश के अनुपालन के लिये सभी लाइसेंस प्राप्त दूरसंचार कंपनियां सत्यापन के साथ-साथ नया मोबाइल कनेक्शन जारी करने को लेकर भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की आधार ई-केवाईसी सेवा का उपयोग बंद करेंगी.' इसमें कहा गया है कि सभी दूरंसचार सेवा प्रदाता समयबद्ध तरीके से इसका अनुपालन सुनिश्चित करेंगी. इस बारे में अनुपालन रिपोर्ट पांच नवंबर 2018 तक देने की जरूरत है. 

टेलीकॉम ऑपरेटर ने खोजा रास्‍ता

दूरसंचार विभाग के अनुसार उद्योग ने मोबाइल ग्राहकों के लिये वैकल्पिक डिजिटल प्रक्रिया का सुझाव दिया है. इसमें ‘ग्राहक एक्वीजिशन फार्म’ के साथ ग्राहक की ‘लाइव’ तस्वीर तथा पहचान एवं पते के लिये स्कैन कापी का उपयोग होगा. इससे नये मोबाइल ग्राहकों के लिये प्रक्रिया डिजिटल तथा कागजरहित रहेगी. विभाग ने सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से अपनी प्रणाली को इसके लिये तैयार करने तथा प्रस्तावित डिजिटल प्रक्रिया की मंजूरी के लिये 5 नवंबर तक प्रस्ताव देने को कहा है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)