5G Remote Driving: दिल्ली के प्रगति मैदान में शनिवार यानी 1 अक्टूबर से इंडिया मोबाइल कॉन्ग्रेस (India Mobile Congress) का आयोजन चल रहा है. इस आयोजन में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5G सर्विस को लॉन्च किया. लॉन्च के बाद उन्होंने सभी कंपनियों की तरफ से 5G तकनीस से लैस टेक्नोलॉजी, डिवाइसेस की टेस्टिंग की.  लॉन्चिंग के समय सबकी नजर पड़ी 5G Remote Driving कार पर, जिसकी टेस्टिंग पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान की. आखिरकार कैसे काम करती है ये ड्राइवरलैस कार और क्या है इसके फायदे आइए जानते हैं. 

हाई-स्पीड नेटवर्क से होगी कंट्रोल

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बता दें, पीएम मोदी ने जिस कार को ड्राइव किया, वो यूरोप में थी. इसे वो एरिक्सन के बूथ से चला रहे थो, जो IMC कार्यक्रम में शामिल था. नई मोबाइल सर्विस और हाई-स्पीड नेटवर्क की मदद से इस कार को कंट्रोल किया गया था. भारत में मौजूद इस कार को रिमोटली कंट्रोल किया गया.

ड्राइवरलैस होगी कार

 5G तकनीक से लैस इस कार के कई अधिक फायदे हैं. आने वाले समय में 5G की मदद से सड़कों पर ड्राइवरलैस कार देखने को मिल सकती है. सबसे खास बात ये है कि ऑटोमेटिकली चलने वाली इस बस का कंट्रोल रिमोट मॉनिटरिंग और नियंत्रण क्षमता के साथ हो सकेगा, जिससे सेफ्टी का भी खास ख्याल रखा जा सकेगा. इस रिमोट ड्राइविंग कार को एरिक्सन (Ercisson) कंपनी ने लॉन्च किया है. आइए जानते हैं इसकी खासियत. 

रिमोटली सिस्टम को कंट्रोल करने के लिए 5G का खास योगदान होगा. 5G की मदद से कोर नेटवर्क सर्विस मिलेगी, जिससे अल्ट्रा-लो लेटेंसी और बीमफॉर्मिंग कैपेसिटी मिलेगी. बता दें जिन बसेस को रिमोटली कंट्रोल किया जाएगा, इस पर फिलहाल काम चल रहा है. ये सुरक्षित होने के साथ-साथ ऑटोमेटिकली चलेगी.