Wealth Creation Day: आज से दो साल पहले मार्केट अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा था, जिसे याद करते हुए ज़ी बिज़नेस (Zee Business) आज वेल्थ क्रिएशन डे मना रहा है. यह ज़ी बिज़नेस की एक अनोखी मुहिम में है, जिसमें हम मार्केट एक्सपर्ट्स के जरिए अपने इन्वेस्टर्स को बताना चाहते हैं कि बाजार के सबसे मुश्किल समय में भी आपको क्या करना चाहिए.

क्या है वेल्थ क्रिएशन डे

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ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी (Anil Singhvi) ने बताया कि पूरी दुनिया के लिए यह सबसे खराब समय था, जहां लोग घर पर बैठने के अलावा कुछ नहीं कर सकते. निफ्टी ने 24 मार्च को अपना सबसे खराब 7,511 का इंट्रा डे बनाया था. उन्होंने कहा कि ज़ी बिज़नेस का मानना है कि यही वह समय है जिसे एक बुरे समय के तौर पर याद करने के बजाए इसे वेल्थ क्रिएट करने के समय के रूप में याद किया जाए.

 

संयम रखने वालों को हुआ फायदा

कोटक म्यूचुअल फंड (Kotak Mutual Fund) के ग्रुप प्रेसीडेंट और एमडी नीलेश शाह (Nilesh Shah) ने कहा कि मार्केट के इस सबसे बुरे दौर में भी जिन लोगों ने धैर्य रखा, आज उन्हें फायदा हो रहा. उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स को लंबी अवधि के निवेश का फोकस रखना चाहिए.

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मार्च 2020 के दौरान आए मंदी को लेकर अपने अनुभव को बताते हुए उन्होंने कहा कि यह सभी के लिए एक नए तरह का एक्सपीरिएंस था. 100 साल पहले स्पैनिश फ्लू के दौरान कुछ इस तरह का माहौल था. सभी के लिए यह एक असमंजस की स्थिति थी और एक बात जो सामने आई की सुबह होने से पहले अंधेरा ज्यादा गहरा होता है.

उन्होंने बताया कि हमने अपने स्टैंडर्ड टूल्स का इस्तेमाल किया, जैसे कि मार्केट कैप टू जीडीपी रेश्यो कहां पर है? प्राइस टू अर्निंग और प्राइस टू बुक रेश्यों क्या है? मार्केट किस रेट से इसे डिस्काउंट किया है? इन टूल्स से हम अपना हौंसलाअफजाई कर पाए और तय किया इक्विटी में ओवरवेट रहना है, सारा पैसा एक साथ नहीं लगाना है.

 

नए इन्वेस्टर्स को सलाह

कोरोना के बाद से मार्केट में नए इन्वेस्टर्स में काफी इजाफा देखने को मिला. जिन्हें सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि ट्रेडिंग में हमेशा कुछ दौर ऐसे आते हैं, जहां हर कोई पैसा बना सकता है. लेकिन ट्रेडर की लाइफ साइकिल के हिसाब से 100 में से 99 लोग पैसे खोते हैं और किसी एक को फायदा होता है. लेकिन इन्वेस्टमेंट इससे उल्टा है.

उन्होंने कहा कि मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने पर शार्ट टर्म में शायद पैसे न बने, लेकिन लॉन्ग टर्म में 100 में से 99 लोग पैसा बना कर जाते हैं. इसलिए ट्रेडिंग करना है तो करिए, लेकिन संयय और जिम्मेदारी से करिए. एक ट्रेडर के लिए स्टॉप लॉस बहुत जरूरी है. लेकिन लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करिए. इसमें एवरजिंग को भी अपनाइए.

लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स थोड़े करेक्शन से न घबराएं

 

एनाम ग्रुप के चेयरमैन वल्लभ भंसाली ने इस मौके पर कहा कि किसी कंपनी में निवेश करने से पहले हम उसके लॉन्ग टर्म परफॉरमेंस को देखते हैं. शेयर मार्केट में जब हम लॉन्ग टर्म आकलन के बजाए टिप्स लेकर आते हैं, तो लोग अक्सर घबरा जाते हैं. ये ही समय होते हैं वेल्थ क्रिएट करने का. इसलिए मार्केट इन्वेस्टर्स को थोड़े बहुत करेक्शन से घबराना नहीं चाहिए.