Stock Market: शेयर बाजार में सोमवार (23 अक्टूबर) को लगातार चौथे दिन बिकवाली दर्ज की गई. बाजार के प्रमुख इंडेक्स 1-4% तक टूटे. बाजार पर दबाव बनाने का काम IT, बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के शेयरों ने किया. इसके चलते निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है. 4 दिन की बिकवाली में निवेशकों का करीब 12 लाख करोड़ रुपए डूब गए. बता दें कि शेयर बाजार ने 17 अक्टूबर को पॉजिटिव क्लोजिंग दिया था. 

निवेशकों को भारी नुकसान!

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एक्सचेंज आंकड़ों के मुताबिक शेयर बाजार में लगातार चौथे दिन बिकवाली दर्ज की गई. इसके चलते BSE पर लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप करीब 12 लाख करोड़ रुपए घट गया है. यह 23 अक्टूबर को 312 लाख करोड़ रुपए के नीचे फिसल गया है, जबकि 17 अक्टूबर को बाजार बंद होने के बाद लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप 323.87 लाख करोड़ रुपए था. बाजार में सोमवार को सबसे ज्यादा बिकवाली मिडकैप और स़्मॉलकैप स्टॉक्स शामिल हैं. 

क्यों टूटा घरेलू मार्केट?

घरेलू शेयर बाजार की दिशा ग्लोबल संकेत हैं, जोकि इन दिनों कमजोर हैं. क्योंकि मिडिल ईस्ट में तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इजरायल और हमास के बीच जारी जंग में हजारों में जान गंवा दी है. फिलहाल जंग रुकने के आसार नजर नहीं. नतीजतन, कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार उछाल दर्ज किया जा रहा है. इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव 93 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है, जोकि किसी भी देश की इकोनॉमी के लिए अहम है. 

महंगाई बनी चिंता!

दुनियाभर में ग्लोबल अनिश्तिताओं के बीच महंगाई एक बड़ी टेंशन के रूप में उभरी है. इसके चलते केंद्रीय बैंकों ने लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी रखा है. दरों के नीचे आने के फिलहाल कोई संकेत नजर नहीं आ रहे हैं. US FED के चेयरमैन और RBI गवर्नर भी इसके संकेत दे चुके हैं.

बॉन्ड यील्ड और सोने में तेज उछाल

सुरक्षित निवेश की ओर निवेशकों ने सोने में निवेश बढ़ा दिया है. यही कारण है कि इंटरनेशनल मार्केट में सोने का भाव 2000 डॉलर प्रति ऑन्स के करीब पहुंच गया है. दूसरी ओर, US 10-ईयर बॉन्ड यील्ड भी 16 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है, जोकि 5% के ऊपर पहुंच गया. इसके चलते घरेलू बाजार में FIIs की लगातार बिकवाली देखने को मिल रही है. 

 

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