Paytm के शेयर में लगाया है पैसा! स्टॉक को लेकर कंपनी के एमडी सीईओ ने कही अब ये बात, आपके लिए जानना है जरूरी
Paytm share price: शेयरधारकों के बीच पेटीएम के शेयरों के भाव आईपीओ के समय के 2,150 रुपये से बहुत नीचे गिरकर 771 रुपये पर आ जाने से एक तरह की बेचैनी देखी जा रही है.
Paytm share price: डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm) की संचालक फर्म वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One97 Communications Limited) के एमडी और सीईओ विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने कहा है कि कंपनी शेयरों के भाव पर किसी तरह का दखल नहीं रखती है लेकिन प्रबंधन कंपनी को प्रॉफिटेबल बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, शर्मा ने कंपनी की बीते शुक्रवार को 22वीं वार्षिक आमसभा (एजीएम) में शेयरधारकों से यह बात कही. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 तक कंपनी विस्तार की मुहिम में लगी हुई थी और वर्ष 2019-20 से इसने कमाई पर ध्यान देना शुरू किया.
पेटीएम ब्रांड ऑपरेशनल मार्जिन हासिल करेगा
खबर के मुताबिक, एजीएम में शामिल प्रतिभागियों का कहना है कि शर्मा ने कहा कि पेटीएम (Paytm) ब्रांड जुलाई-सितंबर 2023 की तिमाही से ऑपरेशनल मार्जिन हासिल करने की स्थिति में आ जाएगा. शर्मा ने कहा कि शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव पर हमारा कोई दखल नहीं होता है. इसके कई फैक्टर होते हैं. इसमें कंपनी के लाभ में होने का पहलू काफी अहम होता है.
शेयर कीमत तय करने में कई बातें होती हैं शामिल
शर्मा ने कहा कि इसके अलावा कंपनी की कारोबार वृद्धि की भूमिका भी अहम होती है. इसके साथ वृहद एवं सूक्ष्म आर्थिक स्थिति, अंतरराष्ट्रीय निवेशक और कई दूसरे धारणाओं की भी शेयर कीमत तय करने में भूमिका होती है. शर्मा ने शेयरधारकों के सवाल के जवाब में कहा कि प्रबंधन यह सुनिश्चित करने में लगा है कि कंपनी वृद्धि करे और बढ़ते कारोबार के लिए तगड़ा मुनाफा भी कमाए.
शेयर भाव 2,150 रुपये से गिरकर 771 रुपये पर आ गया
दरअसल, शेयरधारकों के बीच पेटीएम के शेयरों के भाव (One97 Communications Limited share price) आईपीओ के समय के 2,150 रुपये से बहुत नीचे गिरकर 771 रुपये पर आ जाने से एक तरह की बेचैनी देखी जा रही है. एजीएम के दौरान भी शेयरधारकों ने प्रबंधन से यह सवाल पूछा कि शेयर कीमत को आईपीओ के समय के भाव के करीब पहुंचाने के लिए किस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. शर्मा ने कहा कि भारत में कैश फ्लो पॉजिटिव हो जाने के बाद कंपनी विदेश में भी अपने कारोबार का विस्तार करने पर ध्यान देगी.