Vodafone Idea का शेयर 6 रु से भी नीचे आया, अब क्या करें? अनिल सिंघवी से जानें- बने रहें या बेचकर निकल जाएं
टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के भविष्य को लेकर निवेशकों की आशंका बढ़ी है. कंपनी का शेयर 6 रुपये से भी नीचे आ गया है. ऐसे में क्या उन्हें शेयर बेच देना चाहिए या होल्ड करना चाहिए.
Vodafone Idea Stock Strategy: टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) के शेयरों में 5 अगस्त के कारोबार में भी गिरावट देखने को मिल रही है. शेयर का भाव अब 6 रुपये से भी नीचे आ गया है. कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी दी कि कुमार मंगलम बिड़ला ने नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन का पद छोड़ दिया है. यह फैसला 4 अगस्त 2021 से ही लागू हो गया है. इसके बाद से कंपनी को लेकर निवेशकों का सेंटीमेंट और बिगड़ गया है. कुमार मंगलम बिड़ला के इस्तीफे के बाद से कंपनी के भविष्य को लेकर निवेशकों की आशंका बढ़ गई है. सवाल यह उठता है कि शेयर में भारी भरकम घाटा सहने के बाद निवेशकों को क्या करना चाहिए. किसी नए पॉजिटिव ट्रिगर का इंतजार करना चाहिए या जो मिल रहा है, लेकिन निकल लेना चाहिए. इस पर जी बिजनेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने अपनी राय दी है.
सेंटीमेंट बुरी तरह से बिगड़े
अनिल सिंघवी का कहना है कि Vodafone Idea में जो भी घटनाक्रम हो रहे हैं, उससे शेयर होल्डर्स के साथ ही कस्टमर्स की चिंता भी बढ़ना जायज है. अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि कंपनी टेलिकॉम बिजनेस में और पैसा नहीं डालना चाहती है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि इतनी बड़ी टेलिकॉम आपरेटर का क्या होगा. कंपनी आगे चलेगी या नहीं. इस तरह का सेंटीमेंट पहली बार बना है. इसके पहले मैनेजमेंट पर दबाव जरूर था, लेकिन वह कंपनी चलाना चाहते थे. AGR पेमेंट करने की कोशिश की गई. समय समय पर कंपनी नए प्लान के साथ आई. वोडाफोन और आइडिया का मर्जर हुआ. लेकिन इस बार सेंटीमेंट अलग हैं.
क्या करें निवेशक
अनिल सिंघवी का कहना है कि कंपनी के भविष्य को लेकर अभी कुछ कह पाना मुश्किल है. यह समय के साथ ही पता चलेगा कि मैनेजमेंट का क्या प्लान है. ऐसे में निवेशकों को अपने अपने रिस्क मैनेजमेंट के हिसाब से फैसला लेना चाहिए. अगर हाई रिस्क लेने की क्षमता है तो स्टॉक में बने रहें और किसी पॉजिटिव ट्रिगर का इंतजार करें. शेयर वापस 10 या 12 रुपये पर आए तो वहां से कुछ नुकसान कम हो सकता है. लेकिन अब रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो जो कुछ मिल रहा है, उसे लेकर शेयर से बाहर निकल जाएं.
क्या है पूरा मामला
कुमार मंगलम बिड़ला ने Vodafone Idea के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन का पद छोड़ दिया है. बोर्ड मेंबर्स ने बिड़ला का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. मौजूदा नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हिमांशु कपानिया को कंपनी का नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन नियुक्त किया है. पिछले महीने आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने भारत सरकार को लेटर लिखकर कहा था कि वह Vodafone-Idea में अपनी हिस्सेदारी सरकार को देना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि निवेशक अब कंपनी में पैसा लगाना नहीं चाहते हैं. कंपनी पर 58,254 करोड़ रुपए का AGR बकाया है, जिमें से अबतक कंपनी सिर्फ 7854 करोड़ की चुका पाई है.