Video: मुनाफावसूली के बीच शेयर बाजारों में फिर बने रिकॉर्ड, बीते हफ्ते कैसा रहा दलाल स्ट्रीट का Charm?
Share Markets: मार्केट्स में इस हफ्ते बढ़िया एक्शन रहा. BSE Sensex ने तो इस हफ्ते 66,000 का लेवल भी छू लिया, लेकिन वीकली एक्सपायरी पर ऊपरी लेवल से मुनाफावसूली भी देखने को मिली.
Share Markets: सेंसेक्स और निफ्टी का रोज नया-नया रिकॉर्ड हाई, दलाल स्ट्रीट का दम और FIIs का भरोसा, भारतीय शेयर बाजारों ने पिछले दो हफ्तों में दमदार रैली देखी थी, लेकिन क्या बीता हफ्ता भी रहा उतना ही स्ट्रॉन्ग? हां, इंडियन शेयर मार्केट्स में इस हफ्ते बढ़िया एक्शन रहा. BSE Sensex ने तो इस हफ्ते 66,000 का लेवल भी छू लिया, लेकिन वीकली एक्सपायरी पर ऊपरी लेवल से मुनाफावसूली भी देखने को मिली. लेकिन ऐसे ट्रिगर्स कौन से रहे, जिन्होंने बाजार को सबसे ज्यादा इंपैक्ट किया?
दलाल स्ट्रीट पर तेजी जारी
सेंसेक्स और निफ्टी इस हफ्ते भी नए रिकॉर्ड पर पहुंचे, लेकिन इंडेक्स बहुत ज्यादा नहीं चढ़े. प्रॉफिटबुकिंग भी दिखी. बीते हफ्ते कुछ बड़ी आईटी कंपनियों के नतीजे आए, जिससे आईटी शेयरों को बढ़िया सपोर्ट मिला. FIIs अभी भी खरीदारी के मूड में दिखे, लेकिन DIIs की ओर से थोड़ी बिकवाली दिखी.
देखें Market Wrap:
घरेलू शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन तेजी रही और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों में भारी लिवाली तथा विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से बीएसई सेंसेक्स पहली बार 66,000 अंक के ऊपर बंद हुआ. एनएसई निफ्टी भी अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. वैश्विक शेयर बाजारों में तेजी से भी स्थानीय बाजार को समर्थन मिला. बीते हफ्ते महंगाई के आंकड़े भी आए थे और अनुमान से ज्यादा इंफ्लेशन बढ़ा है. वहीं, इसके उलट यूएस में महंगाई गिरी है. वहां जो अनुमान था, इंफ्लेशन उससे नीचे आया है.
ग्लोबल मार्केट्स में लौटी तेजी
ग्लोबल मार्केट्स में फिर से तेजी लौटी है. यूएस और एशियन मार्केट्स दोनों ही जगह पर हलचल रही. बेटर इंफ्लेशन डेटा आने से अब रेट रिवीजन पर भी उम्मीदें जग गई हैं… कि शायद फेड अब रेट हाइक नहीं करेगा. इधर, डॉलर इंडेक्स 15 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा है, बॉन्ड यील्ड भी गिरा है. इन्वेस्टर्स डॉलर में शॉर्ट कर रहे हैं और कमोडिटी खासकर क्रूड और बुलियन में खरीदारी कर रहे हैं. कच्चा तेल 3 महीनों की ऊंचाई पर है. सेंसेक्स-निफ्टी के उछाल का जो रेंज था, वो थोड़ा घटा है, ऐसे में अगले हफ्ते बाजार कैसे रिएक्ट करेगा, ये देखना होगा. फेड की ओर से रेट हाइक पर अप्रोच बड़ा ट्रिगर हो सकता है.