इन गहरी और पुरानी खदानों से निकाला जाता है सोना, जान हथेली पर रखकर होता है काम
गोल्ड की कीमतों में गिरावट से इन माइन्स की स्थिति और बुरी हो गई है. उनके लिए लागत निकालना मुश्किल हो रहा है और ऐसे में कई माइन्स के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने का खतरा पैदा हो गया है.
सोना मुश्किल वक्त में काम आता है. कई देश इसे रिजर्व के तौर पर रखते हैं. यही नहीं कई देशों में माइनिंग के जरिए सोना निकाला जाता है. दुनिया में कई सोने की खदानें हैं, जहां से सोना निकाला जाता है. साउथ अफ्रीका की गोल्ड माइन्स विश्व में सबसे गहरी और पुरानी हैं. दुनिया की कई माइन्स ऐसी हैं, जहां कर्मचारियों को जान हथेली पर रखकर काम करना होता है. यह खदानें इतनी गहरी और पुरानी हैं कि सबसे ज्यादा सोना यहीं से निकलता है. दुनिया में ऐसी कई गोल्ड माइन्स हैं, जहां से रोजाना बड़ी मात्रा में सोना निकल रहा है. हम आपको दुनिया की पांच सबसे बड़ी माइन्स के बारे में बता रहे हैं.
ये हैं सोना निकालने वाली सबसे बड़ी माइन्स
1. मुरुन्तौ: सोने की खदानों की बात करें तो दुनिया में सबसे अधिक सोने का उत्पादन उज़्बेकिस्तान स्थित मुरुन्तौ की खदान में होता है. इस खदान से 2017 में कुल 26 लाख औंस सोना निकाला गया. यह पूरी तरह से ओपन पिट माइन है. इस खदान का आकार: 3.35 किमी- लंबाई, 2.5 किमी- चौड़ाई और 560 मीटर– गहराई है. यह खदान पूरी तरह से सरकार के अधीन है. एक अनुमान के मुताबिक अभी भी इस खदान में 1700 लाख औंस से ज्यादा सोना निकाला जा सकता है.
2. प्यूब्लो विएजो: इस खदान में दो कंपनियां बैर्रिक और गोल्ड कॉर्प सयुंक्त रूप से खुदाई का काम कर रही हैं. इस माइनिंग में बैर्रिक की हिस्सेदारी 60 फीसदी और गोल्ड कॉर्प की हिस्सेदारी 40 फीसदी है. इस खदान की शुरुआत डोमिनिकन रिपब्लिक में 2012 में हुई थी. 2016 में इस खदान से 11.08 लाख औंस सोने का उत्पादन हुआ था.
3. ग्रासबर्ग: इंडोनेशिया में स्थित यह खदान ओपन पिट माइन है. सोने के उत्पादन के आधार पर यह दुनिया में दूसरा स्थान रखती है. बीते साल इस खदान से 11.31 लाख औंस सोना निकाला गया था. इस खदान में बड़े पैमाने पर खुदाई की गई. इसके लिए यहां की अथॉरिटी ने 2017 तक खनन की इजाजत भी दी थी.
4. यानकोचा: साउथ अमेरिका स्थित यह खदान डिपार्टमेंट और काजमार्का के अंतर्गत आती है. यह खदान नॉर्थईस्ट लीमा से 800 किलोमीटर की दूरी पर है. यह समुद्र तल से 3500-4100 मीटर की ऊंचाई पर है. इस खदान से 2014 में कुल 9.70 लाख औंस सोना निकाला गया.
5. कार्लिन ट्रेंड: न्यूमोंट कार्लिन ट्रेंड माइन कॉम्प्लेक्स अमेरिका के नेवाडा में स्थित है. यह खदान भूमिगत होने के साथ-साथ ओपन पिट माइन भी है. सोने के उत्पादन के लिहाज से यह दुनिया में पांचवें स्थान पर आती है. बीते साल इस माइन का उत्पादन 13 फीसदी घटकर 9.07 लाख औंस रहा. जबकि 2013 में 10.25 लाख औंस सोने का उत्पादन हुआ था.
इन देशों के पास है सबसे अधिक सोने का भंडार
रैंक | देश | सोना | विदेशी मुद्रा भंडार में योगदान |
1 | अमेरिका | 8,133.5 टन | 75.2 प्रतिशत |
2. | जर्मनी | 3,371 टन | 70.6 प्रतिशत |
3. | इटली | 2,451.8 टन | 67.9 प्रतिशत |
4. | फ्रांस | 2,436 टन | 63.9 प्रतिशत |
5. | रूस | 1,909.80 टन | 17.6 प्रतिशत |
6. | चीन | 1,842.6 टन | 2.4 प्रतिशत |
7. | स्विट्जरलैंड | 1,040.0 टन | 5.3 प्रतिशत |
8. | जापान | 765.2 टन | 2.5 प्रतिशत |
9. | नीदरलैंड | 612.5 टन | 68.2 प्रतिशन |
10. | भारत | 560.3 टन | 5.5 प्रतिशत |
नोट: यह आंकड़ा वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट 2018 के आधार पर है.